किडनी हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग होता है। इस अंग का काम शरीर में खून के प्रवाह को सही रखना, फिल्ट्रेशन करना और पेशाब की आदतों को सही रखना है। अगर किडनी में किसी प्रकार की कोई समस्या होती है, तो इसकी कार्यक्षमता प्रभावित हो जाती है। स्वस्थ शरीर के लिए किडनी का भी स्वस्थ होना जरूरी होता है। किडनी हेल्थ को इंप्रूव करने के लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल को सही रखना होता है। दरअसल, यह रोग लाइफस्टाइल से संबंधित होती है। किडनी में भी इंफ्लामेशन के क्या कारण हैं और इसके संकेत कैसे होते हैं? आइए जानते हैं सब कुछ विस्तार से।
किडनी में सूजन कैसी स्थिति है?
किडनी डिजीज कई प्रकार की होती हैं। इस अंग में सूजन होने पर हायड्रोनेफ्रोसिस किडनी की स्थिति पैदा हो जाती है। हायड्रोनेफ्रोसिस इन किडनी का रोग, वह रोग है जिसमें यूरिन के बिल्डअप के कारण दोनों ही किडनी में सूजन हो जाती है। आम भाषा में समझें तो किडनी के आस-पास लिक्विड भरना शुरू हो जाए तो यह किडनी में सूजन कर सकता है।
किडनी में सूजन के संकेत
1. पेशाब में दिक्कत होना
अगर आपको सुबह उठने के बाद पेशाब करने में मुश्किल होती है, तो यह किडनी डिजीज का साइन होता है। पेशाब का रंग गाढ़ा या पीला होना। पेशाब में बहुत ज्यादा झाग या फिर बदबू आए, तो यह भी लक्षण है कि आपकी किडनी में सूजन हो रही है।
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2. ठंड लगना
सुबह के समय आपको ठंड लग रही है, तो यह भी इशारा है कि आपको किडनी का कोई रोग हो रहा है। किडनी रोग के बारे में समझने के लिए आपको इसके संकेतों को तुरंत समझकर उपचार करना चाहिए। गर्मियों के मौसम में भी ठंड लगती है, तो यह साइन है कि आपकी किडनी में सूजन हो रही है।
3. शरीर में सूजन
किडनी में जब भी सूजन होती है, तो इसका असर दूसरे अंगों पर भी होता है। जैसे कि अगर आपको सुबह के समय आंखों, चेहरे या फिर पैरों में सूजन दिखाई देती है, तो यह लक्षण किडनी में सूजन का हो सकता है। सूजन के संकेत को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
4. सांस लेने में दिक्कत
अगर सुबह उठने के बाद आपको सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रहे हैं तो यह किडनी में सूजन का संकेत होता है। दरअसल, जब किडनी सही से काम नहीं कर पाती है, तो आपके फेफड़ों पर प्रेशर बनता है, जिस कारण सांस लेने में दिक्कत होती है।
5. कमर के आस-पास दर्द
सुबह के समय यदि आपको अपने कमर के पास दर्द महसूस होता है, तो आपकी किडनी की सेहत सही नहीं है। पीठ के नीचे और कमर के आस-पास के दर्द होना सीधा-सीधा इशारा है किडनी में सूजन होने का।
कैसे होती है यह बीमारी?
डॉक्टर पुरु धवन बताते हैं कि हमारी किडनी हमेशा यूरिन प्रोड्यूस करती है। अब अगर यूरिन का फ्लो किसी कारण बाधित होता है, तो उससे ब्लॉकेज पैदा होती है। इस वजह से आपकी किडनी के आस-पास लिक्विड भर जाता है। यह लिक्विड यूरिन ही है। इस समस्या के बारे में कभी भी सही पुष्टि स्वयं नहीं करनी चाहिए। अगर कोई लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
गुरुग्राम के नेफरोलॉजिस्ट डॉक्टर पुरु धवन बताते हैं कि किडनी में सूजन यानी Hydronephrosis In Kidney एक नई समस्या है। इस प्रॉब्लम को लेकर वह बताते हैं कि जब हमारी किडनी यूरिन को सही तरीके से बाहर फ्लश नहीं कर पाती है, तो पेशाब कभी भी पूरा नहीं निकलता है। ऐसे में जो बाकि बचा पेशाब होता है, वह किडनी के आस-पास जमा होने लगता है। इस प्रक्रिया से ही किडनी में सूजन होती है। इसमें किडनी का साइज सूजन के कारण बढ़ जाता है, जो अल्ट्रसाउंड की मदद से पता लगाया जाता है।
इन बातों का रखें ख्याल
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, किडनी में सूजन होने का कोई भी लक्षण दिखे, तो इसका इलाज 1 से 2 हफ्तों के अंदर-अंदर शुरू करवा देना चाहिए। अगर हम 4 हफ्ते से ज्यादा का समय लेंगे, तो परेशानी बढ़ सकती है। किडनी में सूजन के इलाज में देरी होने से किडनी की कार्यक्षमता धीमी हो जाएगी। किडनी फिल्ट्रेशन का काम नहीं कर पाएगी, जिससे दिक्कत बढ़ सकती है। क्रिएटिनिन लेवल भी बढ़ जाता है, जो खून में भर सकता है। ब्लड प्रेशर से लेकर दिल की बीमारियों का जोखिम भी इससे बढ़ सकता है।
इलाज क्या है?
डॉक्टर धवन बताते हैं कि उनके पास आए अधिकतर मरीजों का इलाज देरी से शुरू हुआ था, जिस कारण उन्हें सर्जरी करवानी पड़ी। अगर लक्षण दिखते हैं, तो आप मेडिकल हेल्प लें, तो इलाज आसान होगा। इसकी जांचों में ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड और एक्सरे शामिल होता है।
बचाव के उपाय
ब्लड प्रेशर का स्तर संतुलित रहे।
शुगर लेवल सही रहे।
क्रिएटिनिन को बढ़ने न दें।
पौष्टिक आहार का सेवन करें।
पानी का इनटेक सही रखें।
वेट मैनेजमेंट।
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