Top 3 Insurance : कोरोना ने लोगों को बता दिया कि इंश्योरेंस होना कितना जरूरी है। इस समय कोरोना तो नहीं है, लेकिन यह सबक जरूरी छोड़ गया है। इसलिए हर शख्स को 3 इंश्योरेंस जरूर करवाने चाहिए। संकट के समय ये इंश्योरेंस काफी काम आते हैं। ये इंश्योरेंस हैं- हेल्थ इंश्योरेंस, टर्म इंश्योरेंस और एक्सीटेंड इंश्योरेंस।
Health Insurance : इलाज के खर्च की हो जाती है टेंशन खत्म
सबसे जरूरी इंश्योरेंस में हेल्थ इंश्योरेंस सबसे अहम है। बीमारी के इलाज में जिस तरह रकम खर्च होती है, वह कई बार कर्जदार बना देती है। इलाज के खर्च का बोझ जेब पर न पड़े और किसी के सामने हाथ न फैलाने पड़ें, इसके लिए हेल्थ इंश्योरेंस बेहद जरूरी है। हेल्थ इंश्योरेंस से न केवल फाइनेंशियल आजादी मिलती है बल्कि 80D के तहत टैक्सेबल इनकम में कटौती का लाभ ले सकते हैं।
अगर परिवार में 4 सदस्य (पति, पत्नी और दो बच्चे) हैं तो कम से कम 20 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस जरूर करवाएं। इन इंश्योरेंस का सालाना प्रीमियम 15 हजार रुपये तक या इससे ज्यादा हो सकता है।
Term Insurance : परिवार पर नहीं पड़ता आर्थिक बोझ
घर के खर्च की जिम्मेदारी उठाने वाले अगर किसी शख्स की मौत हो जाए तो उसके परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट जाता है। सबसे ज्यादा चिंता घर का खर्च चलाने की होती है। अगर बच्चे हैं तो उनकी पढ़ाई और शादी की भी चिंता सताने लगती है। यही नहीं, मरने वाले शख्स ने अगर होम लोन या किसी गाड़ी का लोन ले रखा था तो उसे चुकाने की जिम्मेदारी भी परिवार के सदस्यों पर आ जाती है। परिवार पर कोई आर्थिक बोझ न आए, इसके लिए टर्म इंश्योरेंस बेहद जरूरी है।
परिवार की जिम्मेदारी उठाने वाले हर शख्स को टर्म इंश्योरेंस लेना चाहिए। अगर किसी शख्स पर कोई लोन नहीं है तो सालाना आमदनी का 7 से 10 गुना रकम तक का टर्म इंश्योरेंस ले सकते हैं। वहीं अगर कोई लोन है तो लोन की बची कुल रकम को सालाना आमदनी में जोड़ें। जो टोटल आए, उसका 7 से 10 गुना रकम तक का टर्म इंश्योरेंस लें। इंश्योरेंस में नॉमिनी का नाम जरूर लिखें। इंश्योरेंस लेने वाले की मौत के बाद यह रकम नॉमिनी को मिल जाती है।
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Accident Insurance : हादसा होने पर नहीं रहेगी कोई टेंशन
अगर किसी शख्स का जॉब या बिजनेस के सिलसिले में घर से बाहर बहुत आना-जाना रहता है या बहुत ज्यादा समय तक गाड़ी चलानी होती है तो उसे एक्सीडेंट इंश्योरेंस जरूर लेना चाहिए। किसी भी प्रकार का हादसा होने पर एक्सीडेंट इंश्योरेंस बेहद काम आता है। वैसे तो इलाज का खर्च हेल्थ इंश्योरेंस से भी कवर हो जाता है लेकिन बेहतर होगा कि एक्सीडेंट इंश्योरेंस लेने पर हेल्थ इंश्योरेंस की वैल्यू को बचा कर रखें।
एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर सालाना आमदनी का कम से कम 5 गुना लेना चाहिए। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) का भी लाभ ले सकते हैं। इस स्कीम के तहत सालाना 20 रुपये के प्रीमियम पर 2 लाख रुपये का इंश्योरेंस मिल जाता है।