H3N2 Virus: दिल्ली और उसके आस-पास के शहरों में H3N2 वायरस तेजी से फैल रहा है. नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गुरुग्राम में इस वायरस ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. इस इंफ्लुएंजा (H3N2 Influenza) से केरल में कई मौते में भी हुई हैं और लगातार नए मामले सामने आ रहे हैं. H3N2 एक तरह की श्वसन संबंधी बीमारी है जो खांसने से या संक्रमित व्यक्ति या किसी संक्रमित सतह के संपर्क में आने से फैलती है. ऐसे में इस वायरस से संक्रमित होने पर शरीर पर कौनसे शुरुआती लक्षण (Early Symptoms) नजर आते हैं, किन लोगों को इस वायरस की चपेट में आने का खतरा ज्यादा रहता है और इससे किस तरह बचाव किया जा सकता है, जानिए यहां.
H3N2 वायरस के लक्षण | H3N2 Virus Symptoms
H3N2 वायरस के लक्षण आम फ्लू की तरह ही नजर आते हैं, इस वायरस की चपेट में आने पर बुखार चढ़ता है, ठंड लगने लगती है, खांसी होती है जो कई दिनों तक ठीक होने का नाम नहीं लेती, नाक बहने लगती है, नाक बंद हो जाती है, गला खराब हो जाता है और शरीर में दर्द रहता है. इसके अलावा, सिर में दर्द होना और हर समय थका हुआ महसूस करना भी इस वायरस से संक्रमित होने के लक्षणों में शामिल है.
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कितने दिन में नजर आते हैं H3N2 के लक्षण
H3N2 वायरस के संपर्क में आने के बाद या कहें इस वायरस से संक्रमित होने के बाद शरीर में 1 से 4 दिनों के बीच लक्षण नजर आने लगते हैं. शुरुआत में लक्षण कम दिख सकते हैं लेकिन धीरे-धीरे गंभीर होने लगते हैं.
किन लोगों को H3N2 संक्रमण का खतरा ज्यादा है
अस्थमा, डायबिटीज और दिल के मरीजों के अलावा बच्चों और बूढ़ों को इस वायरस से संक्रमित होने का खतरा (Risk) ज्यादा रहता है. इसके अलावा, गर्भवती महिला को इस वायरस की चपेट में आने का रिस्क रहता है.
H3N2 से संक्रमित होने के बाद क्या करें
- शरीर पर जब फ्लू जैसे लक्षण नजर आने लगें और लंबे समय तक लक्षण दूर ना हों तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है.
- 5 से 7 दिनों तक प्रोपर आराम करना आवश्यक होता है.
- मरीजों को पानी पीते रहने की जरूरत होती है जिससे शरीर में हाइड्रेशन बना रहे. गर्म सूप पीना और हर्बल टी वगैरह पीना जरूरी है.
- पैरासीटामोल जैसी दवाइयां शरीर का तापमान कम करने में मददगार हो सकती हैं. कोशिश करें कि डॉक्टर की बताई दवाइयां ही खाएं.
- एंटीबायोटिक्स दवाइयां और वायरल इंफेक्शन को रोकने वाली दवाइयां असरदार होती हैं.
वायरस से इस तरह करें बचाव
- किसी भी सतह को छूने पर हाथों को साबुन पानी से अच्छी तरह धोएं.
- अपने साथ हैंड सैनिटाइजर रखें. प्रोपर हाइजीन मेंटेन करना जरूरी है.
- फेस मास्क पहनकर ही बाहर जाएं. खासतौर से जब सार्वजनिक वाहन में सफर करते हैं
- अपनी पर्सनल चीजें जैसे तौलिया, बर्तन, बाथरूम की अन्य चीजें और सोने के कपड़े दूसरों से शेयर ना करें और दूसरों की चीजें इस्तेमाल करने से परहेज करें.
- शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को मजबूत करने की कोशिश करें. खानपान का खास ख्याल रखें.
- मोबाइल की स्क्रीन खासतौर से साफ करते रहतें. वायरस और बैक्टीरिया फोन की स्क्रीन पर ज्यादा पनपते हैं.
अस्वीकरण – इस खबर को सामान्य जानकारी के तौर पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें या चिकित्सक से परामर्श करें. न्यूज 24 किसी तरह का दावा नहीं करता है.