Doctor’s Day 2023: हमारे देश में डॉक्टर्स को भगवान को दर्जा दिया गया है, क्योंकि ये फरिश्ते कड़ी मेहनत, प्रतिभा और अपने पेशे के प्रति समर्पण से भरे होते हैं। किसी की जान बचाना और उसे नई जिंदगी देना बड़ा नेक काम है। भारत में 1 जुलाई को डॉ. बिधान चंद्र रॉय की याद में ‘नेशनल डॉक्टर डे’ मनाया जाता है। इस दिन हम डॉक्टर्स के योगदान और उनके योगदान को धन्यवाद देते हैं।
भारत में डॉक्टर्स डे 2023 की थीम
हर साल भारत में नेशनल डॉक्टर्स डे एक अलग और यूनिक थीम पर मनाया जाता है। इस बार की थीम है “सेलिब्रेटिंग रेजिलिएंस एंड हीलिंग हैंड्स” है। जिसका मतलब है कि ‘लचीलेपन का जश्न मनाना और हाथों को ठीक करना’ है। ये थीम कोरोना पेंडेमिक के दौरान बिना थके, बिना रुके और बिना अपनी परवाह किए दिन रात दूसरों की सेवा में जुटे डॉक्टरों के सम्मान में ये थीम रखी गई है। जो कोरोना जैसी महामारी की कठिनाइयों के बावजूद डटे रहे और हजारों लोगों की जान बचाई।
डॉ. देवलीना चक्रवर्ती ने साझा किया अनुभव
आर्टेमिस हॉस्पिटल की एमडी और सीईओ डॉ. देवलीना चक्रवर्ती ने भी डॉक्टर्स डे के मौके पर अपना अनुभव शेयर किया है। वह 30 से ज्यादा सालों से सेवा दे रही हैं। उन्होंने बताया कि एक चिकित्सक के रूप में पिछले 30 वर्षों से अधिक समय से मुझे अपने जीवन का सबसे संतुष्टिदायक अनुभव मिला है। मैंने अपना करियर एक रेडियोलॉजिस्ट के रूप में शुरू किया था।
देवलीना चक्रवर्ती ने कहा कि ‘समय पर उपचार संभव होने से हमें बहुत विश्वास प्राप्त हुआ। लोगों की जिंदगियां बनाने में सक्षम होना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना वास्तव में अभूतपूर्व है। मुझे लगता है कि चिकित्सा पेशे जैसा कोई पेशा नहीं है, जहां आप वास्तव में उद्देश्य देखते हैं।’
डॉक्टर्स बिरादरी का हिस्सा बनकर धन्य हूं
देवलीना चक्रवर्ती ने डॉक्टर्स को लेकर कहा कि ‘आप उन धन्य लोगों में से एक हैं जो लाखों जिंदगियों को छू सकते हैं और जिंदगियां बचा सकते हैं और उनके जीवन में मूल्य जोड़ सकते हैं। मुझे लगता है कि ऐसा कोई पेशा नहीं है जो चिकित्सा की बराबरी कर सके और मैं वास्तव में इस बिरादरी का हिस्सा बनकर धन्य हूं।’
डॉ. तेजिंदर कटारिया ने किया डॉ. बिधान चंद्र रॉय को याद
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हर साल 1 जुलाई को पूरे देश में राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस के कार्यक्रम का आयोजन करती है। डॉक्टर्स डे के मौके पर डॉ. तेजिंदर कटारिया ने अपने अनुभव को साझा किया है। वह गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में विकिरण कैंसर विज्ञान सैंटर की चेयरपर्सन हैं। उन्होंने कहा कि ‘अलग-अलग बीमारियों को ठीक करने वाले डॉक्टरों में लचीलापन होता है, कठिन परिस्थितियों में भी लोगों की जान बचाने के लिए काम करते हैं। आइए हम डॉ. बिधान चंद्र रॉय की स्मृति का सम्मान करते हुए राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस-2023 पर चिकित्सा डॉक्टरों के लचीलेपन का जश्न मनाएं।
डॉक्टर कुमारदीप दत्ता चौधरी बोले- डॉक्टर्स को समाज से प्यार मिले
दिल्ली के पश्चिम विहार में मौजूद ‘एक्शन कैंसर अस्पताल’ में चिकित्सा ऑन्कोलॉजी विभाग के यूनिट प्रमुख और सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर कुमारदीप दत्ता चौधरी ने इस मौके पर कहा कि ‘पिछले कई वर्षों से इस बिरादरी का हिस्सा होना सम्मान और सौभाग्य की बात है। दुनिया भर में मेरे सभी सहकर्मियों को डॉक्टर दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आपने समाज को जो खुशी और प्यार दिया है, वह आपको मिले।’
कौन थे डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय, जिन्हें समर्पित है डॉक्टर्स डे
भारत में ‘डॉक्टर्स डे’ डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय को समर्पित है। उनका जन्म 1 जुलाई 1882 में हुआ था। उनकी मृत्यु भी इसी दिन 1632 में हुई थी। खास बात ये थी कि बीसी रॉय प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक होने के साथ-साथ एक सम्मानित डॉक्टर भी थे, जिन्हें 4 फरवरी, 1961 को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। बिधान चंद्र रॉय चिकित्सक होने के साथ पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री थे।