Diabetes Control Tips: डायबिटीज या हाई ब्लडप्रेशर की समस्या हो, तो लोगों के लिए दवाओं के साथ अन्य उपायों की भी मदद लेनी चाहिए, जैसे कि संतुलित खानपान और नियमित रूप से व्यायाम। ये दोनों रोग लाइफस्टाइल से संबंधित हैं, इसलिए इसका सबसे बड़ा इलाज सही जीवनशैली को अपनाना है। इनमें सबसे जरूरी होता है फिजिकल एक्टिविटी करना। एरोबिक एक्सरसाइज जैसे ब्रिस्क वॉक, जॉगिंग, साइकलिंग और तैराकी करना फायदेमंद होगा, क्योंकि इनमें शरीर के चार अंग एक्टिव हो जाते हैं। आइए जानते हैं इस पर एक्सपर्ट की राय।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
डॉक्टर सलीम जैदी, जो एक युनानी स्पेशलिस्ट हैं, बताते हैं कि शुगर और हाई बीपी के रोगियों को अपने दिन की शुरुआत मॉर्निंग वॉक से करनी चाहिए। किसी भी बीमारी में बचाव का सही विकल्प खुद को एक्टिव रखना होता है। इसलिए, सुबह की सैर पर जरूर जाएं। सुबह वॉक करने से शरीर में इंसुलिन का स्तर बैलेंस होता है और ग्लूकोज का इस्तेमाल शरीर सही तरीके से करता है।
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मेथी के बीजों का पानी
मेथी के बीजों का पानी रोज सुबह खाली पेट पीने से शरीर के कार्बोहाइड्रेट्स अब्जोर्पशन को स्लो डाउन करता है। इन बीजों में एक खास प्रकार की प्रॉपर्टीज होती है, जो इंसुलिन के स्तर को बैलेंस रखती हैं। इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा लेने के लिए आपको मेथी के बीजों का पानी पीने के साथ-साथ इन बीजों को भी चबाकर खाना चाहिए।
अच्छी नींद और व्यायाम
डायबिटीज में शरीर को फिजिकली एक्टिव भी रखना चाहिए। इसलिए, व्यायाम करना चाहिए। मगर व्यायाम का प्रभाव तभी अधिक होता है जब व्यक्ति की नींद पूरी हो। ये दोनों एक-दूसरे से संबंधित है, इसलिए रात में 10 बजे से सुबह 6 बजे तक 6–7 घंटे की गहरी नींद लेने की आदत डालें। अगर नींद सही से न पूरी हो, तो अगले दिन एक्सरसाइज करने में पर्याप्त एनर्जी नहीं मिल पाती है।
प्राणायाम और स्ट्रेचिंग करें
एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर इंसान का वजन सामान्य है, तो उसे रोजाना 30 मिनट ब्रिस्क वॉक, 15 मिनट की स्ट्रेचिंग और 15 मिनट तक प्राणायाम करना चाहिए। इससे न सिर्फ शुगर और बीपी बल्कि कोलेस्ट्रॉल, हार्ट स्ट्रोक से लेकर अन्य लाइफस्टाइल रिलेटेड प्रॉब्लम से बचाव किया जा सकता है। खाने में 1 कटोरी फाइबर युक्त सलाद को जरूर शामिल करें।
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