Hypnic Jerk Symptoms: सोते समय कुछ ऐसी गतिविधियां होना, जो कि कॉमन हैं लेकिन सोते समय या नींद में होना गंभीर बीमारी का संकेत हो सकती है। आपने अक्सर लोगों से सुना होगा कि उन्हें नींद में चलने, बोलने या फिर रोने की समस्या हो रही है। मगर क्या आप जानते हैं नींद में झटके भी लगते हैं? और यह भी कि ये एक बीमारी है? अगर नहीं, तो यहां हमारी रिपोर्ट में जान लीजिए इस बीमारी के बारे में। दरअसल, मेडिकल टर्म में इसे हाइपनिक जर्क के नाम से जाना जाता है। हाइपनिक जर्क एक ऐसा स्लीपिंग डिसऑर्डर है, जो सोते समय महसूस होता है। चलिए जानते हैं इस बारे में सबकुछ।
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क्या है हाइपनिक जर्क?
यह मसल्स और हड्डियों के बीच होने वाला एक फ्रीक्शन है, जो नींद में ही प्रभावित करता है। इसमें इंसान को सोते वक्त उन मसल्स में झटका लगता है। यह इंसान के सोने के बाद एक, दो या तीन या किसी-किसी में इससे भी ज्यादा बार हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स इसे नींद में शरीर के अंदर होने वाली हिचकी भी कहते हैं। इसकी शुरुआत हल्की नींद में ही हो जाती है। वैसे आमतौर पर ये झटके तब ज्यादा आते हैं, जब नींद उस फेज में होती है, जब आप हल्की गहरी नींद में होते हैं क्योंकि उस अवस्था में न तो आप पूरी तरह सो रहे होते हैं और न ही होश में होते हैं।
हाइपनिक जर्क के कारण
- स्ट्रेस, चिंता और थकान होने से भी नींद के दौरान झटके आते हैं।
- कैफीन के अधिक सेवन से भी हाइपनिक जर्क की समस्या होती है।
- नींद की कमी से भी इन झटकों की समस्या होती है।
- कैल्शियम, मैग्नीशियम या आयरन की कमी होने से।
- गलत पोश्चर में सोने से या मसल्स में ऐंठन के कारण भी यह समस्या होती है।
- कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स।
हाइपनिक जर्क के संकेत
- सोते समय अचानक चौंक कर उठना।
- सोते वक्त झटके महसूस करना।
- नींद पूरी न होना भी एक संकेत है।
हाइपनिक जर्क से बचाव के उपाय
- पर्याप्त नींद लें।
- रोजाना एक समय पर सोने की आदत बनाएं।
- स्वस्थ आहार खाएं।
- सोने से पहले एक्सरसाइज न करें।
- सोने से पहले कभी भी चाय-कॉफी न पिएं।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।