रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेताओं और विधायकों सहित सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शाम 4 बजे झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात करेगा। एक दिन पहले सत्तारूढ़ खेमे के चार मंत्री पूर्वी राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम के बीच 28 अन्य विधायकों के साथ छत्तीसगढ़ की राजधानी के पास एक रिसॉर्ट में स्थानांतरित होने के एक दिन बाद रांची लौट आए।
झारखंड सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल अब राज्यपाल से मिलने पहुंच चुका है। इसमें महुआ मांझी, विजय हंसदा, बंधु टिर्की, गीता कोड़ा शामिल हैं। सीएम सोरेन भी राज्यभवन पहुंच सकते हैं। महागठबंधन के 30 से अधिक विधायकों को पहले ही छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर भेज दिया गया है।
राज्य में राजनीतिक संकट गहराने के बाद से ही विधायक आंदोलन पर हैं। राज्य में ताजा संकट तब पैदा हुआ जब भाजपा ने एक याचिका दायर कर मुख्यमंत्री और झामुमो प्रमुख हेमंत सोरेन को लाभ के पद के मामले में विधानसभा से अयोग्य ठहराने की मांग की, जिसके बाद चुनाव आयोग ने 25 अगस्त को राज्यपाल को अपना फैसला भेजा।
सोरेन ने कैबिनेट की बैठक भी बुलाई है और माना जा रहा है कि रिजॉर्ट पॉलिटिक्स के बीच वो सीएम पद से इस्तीफे का दांव भी चल सकते हैं। मिली जानकारी के अनुसार कैबिनेट की बैठक के दौरान झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र बुलाने पर चर्चा तो होगी ही। साथ ही बैठक के बाद राजभवन जाकर राज्यपाल रमेश बैस के समक्ष मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपना इस्तीफा सौंपेंगे और नए सिरे से सरकार गठन का दावा पेश करेंगे।