अभिषेक बच्चन, भूमिका चावला और विजय राज की फिल्म ‘रन’ की रिलीज को आज 21 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर अभिषेक बच्चन ने याद किया कि सोलो हीरो फिल्म करने का उनका ये अनुभव कैसा था? अभिषेक ने कहा कि ‘युवा’ और ‘धूम’ जैसी कई मल्टी-हीरो फिल्मों के बीच ये सोलो-हीरो फिल्म थी और इसलिए जिम्मेदारी कई गुना बढ़ गई थी। जहां लोगों को लगता है कि ‘रन’ एक एक्शन फिल्म है। वहीं, एक्टर का कहना है कि वो इससे सहमत नहीं हैं।
‘रन’ को लेकर क्या थी अभिषेक बच्चन की राय?
अभिषेक ने कहा कि ‘जमीन’ एक एक्शन फिल्म थी, लेकिन ‘रन’ एक रोमांटिक-एक्शन है। अभिषेक बोले, ‘मुझे लगता है कि ऑडियंस मुझे एक्शन फिल्मों में देखना पसंद करती है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि दर्शक हीरो को टाइपकास्ट होते देखना चाहते हैं। अगर उन्हें कोई फिल्म पसंद आती है, तो वो एक्टर को भी पसंद करते हैं। देखिए ऋतिक रोशन ने ‘कोई… मिल गया’ में क्या किया! मैं वर्सटाइल होना पसंद करूंगा। अगर किसी फिल्म में अच्छा एक्शन है, तो वो एक अच्छी कहानी का हिस्सा होना चाहिए और परफॉरमेंस भी अच्छी होनी चाहिए। दर्शकों को अट्रैक्ट करने का यही एक तरीका है।’
ओर्जिनल फिल्म पर क्या था अभिषेक बच्चन का रिएक्शन?
अभिषेक बच्चन ने बताया कि जब निर्माता बोनी कपूर ने उन्हें ओरिजिनल तमिल फिल्म दिखाई, तो उन्हें जो पसंद आया, वो थी व्यापारिकता और प्रोडक्ट की बुनियादी प्रकृति। अभिषेक बच्चन का कहना था कि झूठे वादों पर फिल्म बेचना सही नहीं है। ‘रन’ एक आम एंटरटेनमेंट फिल्म है, ये तीन घंटे का मनोरंजन है। ये एक सिंपल, एक्शन रोमांटिक म्यूजिक है। ये एक छोटे शहर के लड़के के बारे में है, जो शहर की लड़की से प्यार करता है, उसे जीतता है और परिवार से मुकाबला करता है। लेकिन इसकी USP है महेश मांजरेकर, यानी लड़की के भाई के साथ टकराव। इस फिल्म में अभिषेक ने एक एग्रेसिव किरदार निभाया था।
यह भी पढ़ें: Exclusive: ‘मैं पागल हूं Mawra Hocane को साइन करूं?’ Sanam Teri Kasam 2 के प्रोड्यूसर का बड़ा खुलासा
कास्ट और क्रू की अभिषेक ने की तारीफ
अभिषेक बच्चन ने अपनी को-स्टार भूमिका चावला की तारीफ करते हुए उन्हें एक बहुत ही संपन्न एक्ट्रेस बताया था। साथ ही फिल्म के डायरेक्टर को लेकर बात करते हुए कहा, ‘मैंने जे.पी. दत्ता, धर्मेश, सुनील शेट्टी, राम गोपाल वर्मा और मणि रत्नम जैसे कई फिल्म निर्माताओं के साथ काम किया। ‘रन’ के निर्देशन के लिए जीवा थे, जो ओरिजिनल तमिल के सिनेमेटोग्राफर थे। जीवा सबसे एनर्जेटिक इंसान थे। उन्होंने अभिषेक को बेहतरीन तरीके से शूट किया था। साथ ही जिस चीज ने फिल्म को और ज्यादा मजेदार बनाया, वो महेश मांजरेकर की उपस्थिति थी। वो सेट पर एक अच्छा माहौल बनाते थे। ‘रन’ अभिषेक के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी थी, क्योंकि उन्होंने इस फिल्म को अपने कंधों पर उठाया था।