Dearness Allowance: केंद्र सरकार के कर्मचारी बेसब्री से महंगाई भत्ते (DA) में बढ़ोतरी की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। पहले कहा जा रहा था कि होली से पहले सरकार कर्मचारियों को खुश करने वाली खबर सुना सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 7वें वेतन आयोग के तहत DA/DR साल में दो बार बढ़ाया जाता है। पहली बढ़ोतरी 1 जनवरी से लागू होती है और दूसरी 1 जुलाई से। इस साल यानी 2025 की पहली बढ़ोतरी 1 जनवरी से लागू होनी है, जिसकी आधिकारिक घोषणा का अब तक इंतजार है।
बुधवार को ऐलान संभव
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार जल्द DA में बढ़ोतरी का ऐलान करने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली आगामी कैबिनेट बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिए जाने की उम्मीद है। कैबिनेट की बैठक बुधवार को हो सकती है। बता दें कि महंगाई भत्ता (DA) वर्तमान सरकारी कर्मचारियों को दिया जाता है। जबकि, पेंशनर्स के लिए यह महंगाई राहत (DR) कहलाता है। इसकी कैलकुलेशन अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI) के आधार पर की जाती है। सरकार हर छह महीने में AICPI के औसत डेटा को ध्यान में रखते हुए DA और DR की दरें निर्धारित करती है। इस तरह साल में दो बार कर्मचारियों को बढ़े हुए DA का तोहफा मिलता है।
कितना होगा इजाफा?
DA यानी महंगाई भत्ते में कितना इजाफा होगा, इसे लेकर पिछले कुछ दिनों से कयास लगाए जा रहे हैं। इसमें 2% वृद्धि की संभावना ज्यादा बताई जा रही है। जुलाई 2024 से दिसंबर 2024 तक के AICPI के आंकड़े यह तय करेंगे कि जनवरी 2025 में DA/DR में कितनी बढ़ोतरी होगी। श्रम ब्यूरो के अनुसार, दिसंबर 2024 के लिए AICPI 0.8 अंक गिरकर 143.7 हो गया था। महंगाई में आई कमी के चलते DA में इस बार 2% की बढ़ोतरी के संकेत मिल रहे हैं। जबकि पहले तीन फीसदी वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही थी। बता दें कि मौजूदा समय में 53 प्रतिशत की दर से डीए मिल रहा है।
पहले कितनी वृद्धि?
अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI) का जुलाई 2024 से नवंबर 2024 तक का डेटा बता रहा था कि जनवरी 2025 में DA/DR में कम से कम 3 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन दिसंबर का डेटा जारी होने के बाद इसकी संभावना कम हो गई है। सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में DA 3% बढ़ाया था, जिससे बाद यह 50 प्रतिशत से बढ़कर 53 फीसदी हो गया।
कितना मिल सकता है लाभ?
यदि जनवरी 2025 के लिए DA में 2% की वृद्धि की जाती है, तो एंट्री लेवल के कर्मचारी, जिनका न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपये है उन्हें 360 रुपये का फायदा हो सकता है। जबकि पेंशनभोगियों के लिए, वृद्धि 180 रुपये होगी, क्योंकि उनकी न्यूनतम पेंशन 9000 रुपये है। वैसे कुछ रिपोर्ट्स में 3% वृद्धि का भी अनुमान जताया गया है। 3 प्रतिशत वृद्धि के हिसाब से एंट्री लेवल कर्मचारी की मंथली सैलरी में 540 रुपये बढ़ सकते हैं।