---विज्ञापन---

जानें, क्या है प्राण प्रतिष्ठा से पहले मूर्ति की आंखों पर पट्टी बांधने का रहस्य?

Ram Mandir Pran Pratishtha Murti Ki Aankhon Par Patti Bandhne Ka Rahasy : प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले सभी प्रतिमाओं की आंखों पर एक पट्टी बांधी जाती है। धर्मशास्त्रों में इसके रहस्य बताए गए हैं।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Jan 20, 2024 12:36
Share :
Ayodhya Ram Mandir ISRO Satellites Image
इसरो ने राम मंदिर की खींची तस्वीर

Ram Mandir Pran Pratishtha Murti Ki Aankhon Par Patti Bandhne Ka Rahasy : वैदिक हिन्दू सनानत धर्म में कई ऐसे रहस्य हैं, जिनके बारे में बहुत ही कम लोगों को ज्ञान होता है। साथ ही वैदिक रीति रिवाज के द्वारा ही कुछ कार्य संपन्न कराए जाते हैं। ऐसा ही एक रहस्य है कि किसी भी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कराने से पहले उसकी आंखों पर एक पट्टी बांध दी जाती है। आइए जानते हैं प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कराने से पहले उसकी आंखों पर पट्टी बांधे जाने के रहस्य के बारे में…

ये भी पढ़ें : ‘शबरी सवारे रास्ता आयेंगे राम जी…’ 

---विज्ञापन---

वैदिक हिन्दू सनातन धर्म में सभी शुभ और अशुभ कार्यों को करने का कोई ना कोई धार्मिक रीति रिवाज ये ज्योतिषीय अनुष्ठान जरूर होता है। एक विशेष पद्धित के द्वारा सभी संस्कार सनातन धर्म में पूरे किए जाते हैं। जैसे व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक 16 संस्कार संपन्न किए जाते हैं।

वैसे ही किसी भी मंदिर में प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हो या कोई देव प्रतिष्ठा और पितृ प्रतिष्ठा कार्यक्रम, इन सभी में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम जरूर संपन्न कराया जाता है। वहीं जब तक किसी भी प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न नहीं हो जाता है तब तक उस प्रतिमा की आंखों पर एक पट्टी बांध दी जाती है। इसके पीछे शास्त्रों में एक गूढ़ रहस्य बताया गया है।

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें :  जटायु का श्रीराम से क्या संबंध था? पढ़ें ये रोचक किस्सा

इस संबंध में धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि, जब तक किसी भी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा नहीं हो जाती है, तब तक ना तो उस प्रतिमा की पूजा-अर्चना की जा सकती है और साथ ही उस प्रतिमा के दर्शन भी नहीं करने चाहिए। ऐसा करने से उसका शुभ फल नहीं मिलता है।

धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि जब कोई भक्त दर्शन करते हुए अपने आराध्य की प्रतिमा की आंखों में देखता है तो उस दौरान भक्त और आराध्य के बीच भाव का आदान-प्रदान होता है।

ये भी पढ़ें : प्रधानमंत्री ने शेयर की राम भजनों की सीरीज, आप भी लें आनंद

वहीं जब भक्त का भाव निर्मल और पवित्र होता है तो उसे आराध्य उसके भाव के वशीभूत हो जाते हैं। साथ ही इस दौरान भक्त को सकारात्मक ऊर्जा की अनुभूति होती है। यहीं कारण है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले प्रतिमा की आंखों पर एक पट्टी बांध दी जाती है।

 

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

HISTORY

Edited By

News24 हिंदी

First published on: Jan 20, 2024 11:46 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें