Kapoor ke Totke: भारतीय आध्यात्म में कपूर को अत्यन्त पवित्र तथा दिव्य वस्तु माना गया है। इसकी दैवीय प्रकृति तथा वातावरण में मौजूद नेगेटिविटी खत्म करने के गुण होने के कारण कपूर को सभी देवी-देवताओं की आराधना में जलाना अनिवार्य बताया गया है। आइए जानते हैं कपूर के बारे में कुछ जरूरी बातें
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कपूर क्या होता है
यह एक जमा हुआ तैलीय पदार्थ है जो खुले वातावरण में रखते ही तुरंत उड़ जाता है। आयुर्वेद के अनुसार कपूर के चार प्रकार (1) भीमसेनी कपूर, (2) चीनी कपूर, (3) नागी कपूर और (4) रासायनिक विधि द्वारा निर्मित कृत्रिम कपूर माने गए हैं। इनमें से भीमसेनी और चीनी कपूर के वृक्ष होते हैं जबकि नागी कपूर एक झाड़ियों से प्राप्त किया जाता है।
क्या है कपूर का महत्व
इसमें एक अनोखी तथा दिव्य सुगंध होती है। जहां कहीं भी कपूर जलाया जाता है, वहां पर मौजूद सभी तरह की नेगेटिविटी स्वतः ही समाप्त हो जाती है। साथ ही वातावरण में भी दिव्यता छा जाती है। इसी वजह से पूजा करते समय आरती में अनिवार्य रूप से कपूर जलाया जाता है।
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कपूर के प्रयोग (Kapoor ke Totke)
तंत्र ग्रंथों में कपूर का प्रयोग नजर उतारने तथा व्यक्ति में मौजूद बुरी शक्तियों को दूर भगाने के लिए किया जाता है। शास्त्रों में कपूर के कई टोटके भी बताए गए हैं। इन टोटकों अथवा कपूर के उपायों को करके आप अपनी सभी समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। साथ ही अपना भाग्य भी काफी हद तक बदल सकते हैं। उदाहरण के लिए कपूर का दान करने से शुक्र ग्रह शुभ बनता है। शिवलिंग पर कपूर चढ़ाने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।