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Guruwar Ke Upay: गुरुवार को इन उपायों से खुलते हैं तरक्की के द्वार, मां लक्ष्मी भी होती हैं मेहरबान

Guruwar Ke Upay: आज 27 अगस्त 2022 और कार्तिक महीने का तीसरा गुरुवार है। गुरुवार को बृहस्पतिवार भी कहा जाता है। गुरु (Guru) एक महत्वपूर्ण ग्रह है। बृहस्पति को देवताओं का गुरु भी कहा जाता है। धर्मिक ग्रंथों में बृहस्पति देव (Brihaspati Dev) की आराधना के कई तरीकों बताए गए हैं। जिन्हें करने से आपकी […]

Author Published By : Pankaj Mishra Updated: Oct 27, 2022 06:43

Guruwar Ke Upay: आज 27 अगस्त 2022 और कार्तिक महीने का तीसरा गुरुवार है। गुरुवार को बृहस्पतिवार भी कहा जाता है। गुरु (Guru) एक महत्वपूर्ण ग्रह है। बृहस्पति को देवताओं का गुरु भी कहा जाता है। धर्मिक ग्रंथों में बृहस्पति देव (Brihaspati Dev) की आराधना के कई तरीकों बताए गए हैं। जिन्हें करने से आपकी कुंडली का बृहस्पति (Brihaspati) मजबूत होगा और आपके सारे बिगड़े काम बन जाएंगे। हिंदू शास्त्रों में बृहस्पतिवार को धन और समृद्धि के लिए खासतौर पर माना जाता है।

हिंदू धर्म में सप्ताह का प्रत्येक दिन किसी न किसी देवी देवता को समर्पित है। गुरुवार के दिन जगत का पालनकर्ता भगवान विष्णु को समर्पित है। भगवान विष्णु की आराधना के लिए गुरुवार का दिन सर्वोत्तम माना गया है। इस दिन श्री हरी की उपासना से घर में सुख-समृद्धि और शुभता का वास होता है।

मान्यता के मुताबिक गुरुवार को भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से मनुष्य का जीवन सुखों से भर जाता है। गुरुवार को लक्ष्मी-नारायण दोनों की एक साथ पूजा करने से जीवन में खुशियां आती है और पति-पत्नी के बीच कभी दूरियां नहीं आतीं। साथ ही धन में भी वृद्ध‍ि होती है।

गुरुवार के उपाय (Guruwar ke Upay)

– ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर स्नान करें।

– गुरु के भी प्रकार के दोष को दूर करने के लिए गुरुवार के दिन नहाने के पानी में चुटकी भर हल्दी डालकर स्नान करें।

– स्नान के समय ‘ॐ बृ बृहस्पते नमः’ का जाप भी करें।

– इसके साथ ही साथ नहाते वक्त ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का भी जाप जरूर जाप करें।

– गुरुवार का व्रत रखें और केले के पौधे में जल अर्पित कर पूजा अर्चना करें। ऐसा करने से विवाह में आने वाली रुकावटों का समाधान होता है और अगर आप विवाहित हैं तो आपके वैवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आती।

– स्नान के बाद पीले रंग को वस्त्र धारण करें।

– स्नान के बाद भगवान विष्णु की प्रतिमा व चित्र का सामने घी का दीया जलाएं।

– भगवान विष्णु को पीले रंग के फूलों के साथ तुलसी का एक छोटा सा पत्ता अर्पित करें।

– अपने माथे पर हल्दी, चंदन या केसर का तिलक धारण करें।- मान्यता के मुताबिक भगवान बृहस्पति को पीले रंग की चीजें बहुत पसंद हैं। इसलिए इस दिन ब्राह्मणों को पीले रंग की वस्तुएं जैसे- चने की दाल, फल आदि दान करें।

– इस दिन सुबह के समय चने की दाल और थोड़ा-सा गुड़ को घर के मुख्य द्वार पर रखें।

– इस दिन को धार्मिक महत्व के लिहाज भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। घर में धन की बरक्कत के लिए गुरुवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन पीले रंग की चीजों को विशेष महत्व दिया जाता है।

– गुरुवार के दिन न तो किसी को उधार दें और न हीं किसी से उधार लें। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपकी कुंडली में गुरु की स्थिति खराब हो सकती है और आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।

– अगर आप गुरुवार का व्रत रखते हैं तो, इस दिन सत्यनारायण की व्रत कथा जरूर सुनें या पढ़े।

गुरुवार के मंत्र (Guruwar Ke Mantra)

ॐ बृं बृहस्पतये नम:।
ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:।
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।
ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:।
ॐ गुं गुरवे नम:।

First published on: Oct 27, 2022 05:46 AM

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