यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध को रोकने के लिए अलग-अलग स्तर पर वार्ता की जा रही है। इसी के तहत सोमवार को इस्तांबुल में दोनों देशों के बीच वार्ता होनी है। लेकिन इस वार्ता बैठक के ठीक एक दिन पहले ही यूक्रेन की तरफ से रूस के एयरबेस पर ड्रोन से हमला कर दिया, जिससे रूस को काफी भारी नुकसान हुआ। इसके बाद यूक्रेन ने रूस के पास शांति समझौते के लिए एक मसौदा ज्ञापन भी भेज दिया। यूक्रेन एक तरफ तो रूस के साथ शांति समझौता करने की बात करता रहा और दूसरी तरफ रूस के एयरबेस पर हमला कर दिया।
रूस की सरकारी मीडिया के अनुसार यूक्रेन और रूस के बीच ये वार्ता बैठक स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:00 बजे सिरागन पैलेस में होगी।
हमले के बाद क्या बोले जेलेंस्की?
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के एयरबेस पर हमले के बाद अपने एक्स हैंडल पर इसको लेकर पोस्ट लिखा। जिसमें उन्होंने रूस पर यूक्रेन की कार्रवाई को पूरी तरह से उचित और न्यायसंगत बताया। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि दुश्मन की जमीन पर एक शानदार ऑपरेशन चलाया गया। इस ऑपरेशन में सिर्फ रूस के सैन्य लक्ष्यों को निशाना बनाया गया। इस हमले में उन विमानों को निशाना बनाया गया, जिसका इस्तेमाल कर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। जेलेंस्की ने यह भी लिखा कि रूस को इससे भारी नुकसान हुआ।
Today, a brilliant operation was carried out — on enemy territory, targeting only military objectives, specifically the equipment used to strike Ukraine. Russia suffered significant losses — entirely justified and deserved.
---विज्ञापन---— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) June 1, 2025
शांति का हाथ बढ़ाने की कोशिश
इस दौरान जेलेंस्की ने कहा कि तुर्की या अमेरिका द्वारा किए जा रहे शांति वार्ता के तहत उन्होंने रूस के पास समझौते का मसौदा ज्ञापन भेज दिया है। लेकिन रूस ने अपना ज्ञापन किसी के साथ शेयर नहीं किया है। रूस ने तुर्की और अमेरिका को भी अपना शांति ज्ञापन नहीं दिया है। लेकिन इसके बाद भी यूक्रेन शांति का हाथ आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
रूस के 40 से ज्यादा एयरक्राफ्ट तबाह
यूक्रेन ने इस वार्ता बैठक से पहले रूस के खिलाफ एक ऐसा सैन्य ऑपरेशन अंजाम दिया जिसने मॉस्को को हिला कर रख दिया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के एयरबेस पर किए हमले को एक सफल ऑपरेशन बताया है। उन्होंने कहा कि ये सैन्य कार्रवाई रूस द्वारा यूक्रेन पर किए जा रहे हमलों का सीधा जवाब है। यूक्रेन ने दावा किया है कि इस स्पाइडर वेब ऑपरेशन में रूस के 40 से ज्यादा सैन्य विमान तबाह हुए हैं। रूस के एयरबेस पर हुआ ये हमला इतनी प्लानिंग और चालाकी से किया गया कि किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। अब दुनियाभर में यूक्रेन की रणनीति की चर्चा हो रही है।
शांति वार्ता के बीच यूक्रेन का रूस पर वार
दुनिया के सामने जेलेंस्की ने रूस के साथ युद्धविराम और शांति वार्ता की बात करते रहे और प्लानिंग के अनुसार रूस पर ये करारा हमला कर दिया। जेलेंस्की ने रूस पर ये हमला तब किया जब इस्तांबुल में दोनों देशों के बीच शांति वार्ता होनी थी। इस वार्ता के लिए यूक्रेन ने रूस को शांति समझौते का ज्ञापन भेजा था। अपने ज्ञापन में यूक्रेन ने बिना शर्त के पूरी तरह से युद्धविराम की मांग की है। इसके साथ ही इस शांति वार्ता के लिए यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भी इस्तांबुल भेजा गया है। हालांकि, रूस ने अभी तक अपनी शांति वार्ता को लेकर अपनी शर्तों को सार्वजनिक नहीं किया है। ऐसे में यूक्रेन की तरफ से किया गया ये ड्रोन हमला वार्ता से पहले दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।
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जेलेंस्की की चालाकी ने दुनिया को किया हैरान
जेलेंस्की की इस चालाकी ने रूस समेत दुनियाभर के देशों को झटका दिया है। उनके इस चाल ने बताया कि अब यूक्रेन और रूस की जंग सिर्फ हथियारों की जंग नहीं रही। अब यह रणनीति, तकनीक और साइक्लोजिकवल दबाव की लड़ाई बन चुकी है। यूक्रेन का दावा है कि इस हमले में रूस को करीब 7 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।