ट्रेन्टन : न्यू जर्सी में नस्लभेद के एक मामले में शनिवार को कोर्ट का बड़ा फैसला सामने आया है। इसमें एक श्वेत व्यक्ति पर आरोप है कि वह अपने काले पड़ोसियों के साथ बुरा बर्ताव करता था। उनके लिए अभद्र भाषा का इसतेमाल करता था। उनके घर मल आदि फेंक देता था और इतना ही नहीं, एक वायरल वीडियो में उसे एक व्यक्ति के मुंह पर थूकते भी देखा जा चुका है। अब जबकि इंसाफ की बारी आई तो दोषी अदालत में फूट-फूटकर रोने लग गया और बताया कि वह कहीं का भी नहीं रहा। जेल में रहकर उसकी सारी संपत्ति बर्बाद हो चुकी और इतना ही नहीं उसकी फैमिली लाइफ भी डिस्टर्ब हो गई। उसकी बीवी ने उसे तलाक दे दिया। बड़ी बात है कि इन तमाम दलीलों को दरकिनार करते हुए कोर्ट ने घमंडी को 8 साल की कैद की सजा का फैसला सुनाया है।
ढाई साल पहले वायरल हुआ था Video
बता दें कि जुलाई 2021 में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक श्वेत व्यक्ति को एक काले व्यक्ति के साथ नस्लीय दुर्व्यवहार करते हुए देखा गया था। उसने दूसरे पर थूक दिया था। बाद में जांच-पड़ताल के क्रम में पता चला कि फिलाडेल्फिया से 17 मील पूर्व में माउंट लॉरेल में एसेक्स पैलेस कॉन्डोमिनियम में रहने वाले एडवर्ड मैथ्यूज नामक इस शख्स ने अपने आस-पड़ोस के अश्वेत (काले) लोगों को बरसों तक तक आतंकित किया था। मैथ्यूज को वायुसेना में कार्यरत अपने अश्वेत पड़ोसी पर थूकते हुए, उसे अफ्रीका से बताते हुए और एन शब्द का उपयोग करते हुए देखा गया था। फिलाडेल्फिया इन्क्वायरर की रिपोर्ट के अनुसार पीड़ितों ने बताया कि कैसे मैथ्यूज ने उनकी कारों पर बीबी पेलेट चलाई। उन्हें ‘बंदर’ कहा, उनकी संपत्तियों पर मल डाला और उन्हें धमकी भरे ईमेल और पत्र भेजे।
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ये है एडवर्ड मैथ्यूज का आपराधिक रिकॉर्ड
उधर, एडवर्ड मैथ्यूज के आपराधिक रिकॉर्ड को उजागर करते हुए सहायक काउंटी अभियोजक जेमी हचिंसन ने बताया कि उन्होंने माउंट लॉरेल कॉन्डोमिनियम एसोसिएशन के चार वर्तमान या पूर्व निवासियों के पीड़ित प्रभाव वाले बयान पढ़े। चारों मुख्य रूप से 60 और 70 के दशक में अदालत में बोलने के लिए प्रतिशोध के बारे में बहुत चिंतित थे। गृहस्वामी संघ के पूर्व अध्यक्ष लेरॉन ब्राउन (जो अश्वेत हैं) मैथ्यूज के साथ कई विवादों के बाद 2021 में अपनी पत्नी डेनिस को लेकर मैथ्यूज का पड़ोस छोड़ गए। इससे पहले यह जोड़ा यहां 2001 में विकास खुलने के बाद से ही रह रहा था। इस बारे में डेनिस ब्राउन ने एक बयान में लिखा है, ‘उसने जो किया वह हमेशा उसके द्वारा मुझे दिए गए भय और चिंता का दुःस्वप्न बना रहेगा। मैं लगातार अपने ऊपर ध्यान दे रहा हूं और किसी पर भरोसा नहीं कर रहा हूं’। इसी तरह मैथ्यूज के दुर्व्यवहार के बाद गृहस्वामी संघ का एक और अश्वेत सदस्य भी चला गया। गजब की बात तो यह भी है कि 1995 के बाद से उस पर 11 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें ड्रग्स भी शामिल है, जिसके तहत उन्हें हथियार रखने पर रोक थी। फिर भी उनके घर में एक गुलेल और 30 राउंड बॉल-बेयरिंग गोला-बारूद, साथ ही हेलुसीनोजेनिक मशरूम पाए गए थे।
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पछतावा-हर संत का एक अतीत और हर पापी का एक भविष्य होता है
अब जबकि कंस्ट्रक्शन फोरमैन एडवर्ड मैथ्यूज को उसके गुनाहों की सजा मिलने का वक्त आया तो कोर्ट में वह फूट-फूटकर रो पड़ा। नारंगी रंग का जेल जंपसूट पहने और हथकड़ी लगे मैथ्यूज ने अपने बुरे बर्ताव के लिए माफी मांगी। उसने खेद व्यक्त किया कि उसकी हरकतों ने उसके परिवार को चोट पहुंचाई है। पत्नी ने तलाक के लिए दायर किया और अपना टाउनहोम बेच दिया। हालांकि मैथ्यूज की पूर्व पत्नी शैनन श्वार्टज़ॉफ़ ने 2021 में अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट https://www.dailymail.co.uk/ को बताया था कि मैथ्यूज नस्लवादी नहीं थे, उनके बहुत से सबसे अच्छे दोस्त काले हैं। श्वार्टज़ॉफ़ ने इस नस्लवादी विस्फोट के लिए शराब की लत को जिम्मेदार ठहराया। इसी के साथ अब मैथ्यूज ने कहा कि वह नशे में था और उसे होम ओनर्स एसोसिएशन के साथ पड़ोस में बहुत सारी समस्याएं हो रही थी। कुछ पैसे भी गायब हो गए। इसके अलावा फोरमैन मैथ्यूज ने कहा कि उसने जेल में बिताए पिछले ढाई साल जेल में अपनी सारी संपत्ति खो दी है। उसने जज से कहा, ‘हर संत का एक अतीत होता है और हर पापी का एक भविष्य होता है।’ ‘मैं समुदाय के पुनर्निर्माण के लिए प्रतिबद्ध होना चाहता हूं।’
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सजा को लेकर कोर्ट का फैसला
द इन्क्वायरर की रिपोर्ट के अनुसार जस्टिस जेरार्ड ब्रेलैंड ने मैथ्यूज को 8 साल की कैद और मुआवजे के रूप में 4,408 डॉलर का भुगतान करने की सजा का फैसला दिया है। इसी के साथ जेल में नस्लीय संवेदनशीलता प्रशिक्षण से गुजरने का आदेश दिया है। हालांकि कोर्ट के आदेश के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद से मैथ्यूज हिरासत में है और उसे जेल में बिताए गए 886 दिनों का श्रेय मिलेगा। करीब 16 महीने में वह पैरोल के लिए पात्र भी हो जाएगा।