अमेरिका ने रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर एक्शन लेते हुए उन्हें बैन करने की घोषणा की है. इस कदम का मुख्य उद्देश्य मॉस्को और यूक्रेन के बीच युद्ध की समाप्ति कर सीजफायर को जल्द से जल्द लागू करवाना है. राष्ट्रपति ट्रंप और पुतिन के बीच कई बार युद्ध को रोकने के लिए वार्ताएं की थी लेकिन वह विफल रही है और अमेरिका अब हिंसा रोकने के लिए हर कड़े प्रयास करेगा.
रूस पर अमेरिका का बड़ा एक्शन
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने बुधवार को रोसनेफ्ट और लुकोइल, दो बड़ी रूसी तेल कंपनियों पर बैन लगा दिया है. इससे क्रेमलिन पर यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए दबाव बनाया जा सकेगा. इस पर अमेरिकी वित्त मंत्रालय का बयान आया है. इसमें उन्होंने कहा है कि आज जो कार्रवाई की गई है वह रूस के ऊर्जा क्षेत्र को कमजोर करेगा और युद्ध रोकने का दबाव बनाएगा. अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के सचिव स्कॉट बेसेंट ने एक्स पर पोस्ट शेयर कर बताया कि अमेरिका युद्ध रोकने के शांतिपूर्ण समाधान की वकालत करता रहेगा.
ट्रंप का इस पर कहना है कि उन्हें उम्मीद है यह एक अस्थायी कदम होगा. वे कहते हैं कि ये बहुत बड़े प्रतिबंध है, हम उम्मीद करते हैं कि ये ज्यादा समय तक नहीं चलेंगे. हम बस युद्ध रोकने का समाधान चाहते हैं और हम पुतिन से जब भी बात करते हैं तो वह आगे नहीं बढ़ पाती है.
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