Soldiers Sex Life: यूक्रेन के घायल सैनिकों की सेक्शुअल लाइफ लगभग खत्म हो गई है। इस बारे में बात करने पर कुछ सैनिक निराश हो जाते हैं, जबकि कुछ सैनिक इतने गंभीर रूप से घायल हो गए हैं कि वे खुद को इस लायक ही नहीं मानते। ‘ReSex’ नाम की चैरिटी ग्रुप शारीरिक और मानसिक यातना झेल रहे पूर्व सैनिकों की सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने में जुटी है।
पिछले साल फरवरी के आखिरी हफ्ते में यूक्रेन और रूस के बीच वॉर शुरू हुआ था। रूसी सेना ने यूक्रेनी शहरों पर जमकर हमले किए। वॉर में सबसे अधिक जो शहर प्रभावित हुआ, वो मारियुपोल था। वॉर शुरू होने के कुछ ही दिनों के बाद पूरा शहर तबाह हो गया। हर ओर मलबा दिखा, लोगों की सामूहिक कब्रिस्तान की भी खबरें आईं। इस दौरान यूक्रेन के सैनिक हलिब स्ट्राइज़्को (Hlib Stryzhko) बुरी तरह घायल हुए। बीबीसी की एक रिपोर्ट आई है, जो हलिब के बारे है।
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ब्लास्ट की चपेट में आए, कुल्हे की हड्डी टूटी
रिपोर्ट के मुताबिक, रूस की ओर से किए गए हमले में हलिब बुरी तरह घायल हुए। एक ब्लास्ट में उनका कूल्हा, जबड़ा, नाक की हड्डी टूट गई। रूसी सैनिकों ने उन्हें बाद में कैदी बना लिया। कुछ महीने के बाद एक नीति के तहत रूस और यूक्रेन के कैदियों की अदला बदली हुई, जिसमें हलिब की रिहाई हुई।
रूसी कैद में रहने के दौरान घायल हलिब को बेहतर इलाज नहीं मिला। जब वे यूक्रेन लौटे तो उन्होंने अस्पताल में इलाज के लिए एडमिट हुए। इसी दौरान ‘रीसेक्स’ ने उनसे संपर्क किया। संस्था ने हलिब से उनके सेक्स लाइफ के बारे में बात की। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि जो मेरे साथ हुआ वो किसी के साथ न हो।
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आखिर कैसे सामने आई रीसेक्स संस्था
उधर, रीसेक्स प्रोजेक्ट को चलाने वाले ग्रुप की संस्थापक इवोना कोस्ट्यना के मुताबिक, 2018 में उन्होंने अमेरिकी सैनिकों के बारे में पढ़ा। युद्ध के दौरान उनकी सेक्स लाइफ लगभग खत्म हो चुकी थी। इस बारे में जानकारी लेने के बाद इवोना ने ऐसे लोगों के लिए कुछ करने की सोची।
जब यूक्रेन और रूस के बीच जंग हुई, तो उन्हें लगा कि ये बेहतरीन मौका है, लेकिन इस प्रोजेक्ट की शुरुआत उतनी आसान नहीं थी। शुरुआत में तो उन्हें पूर्व सैनिकों की ओर से आलोचना का शिकार होना पड़ा। जब वे इस बारे में घायल सैनिकों से सवाल करती थीं, तो कुछ सैनिक कहते थे कि लोग मर रहे हैं और तुम्हे सेक्स की पड़ी है। आखिरकार किसी तरह वे अपने उद्देश्य को लोगों तक पहुंचाने में सफल हुई।
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रीसेक्स की प्रोजेक्ट मैनेजर कतेरीना स्कोरोखोद के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य फिजिकल से ज्यादा इमोशन को जोड़ना है। इसमें ये शामिल है कि आप खुद से किस तरह प्यार कर सकते हैं। आप घायल होने के बाद कैसे अपने पार्टनर के साथ बेहतर रिलेशन बना सकते हैं।
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