अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को रोकने के लिए दोनों को शांति समझौते के लिए राजी करने की कोशिश की. इजराइल ने हामी तो भरी तो लेकिन हमास को बार-बार अल्टिमेटम दिए जाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला. ट्रंप ने यह भी कह दिया था कि अगर हमास शांति समझौते के लिए तैयार नहीं हुआ तो अंजाम बुरा होगा. अब जब हमास ने कोई जवाब नहीं दिया तो ट्रंप ने तुर्की से मदद मांगी है.
तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अनुरोध किया है कि हम गाजा युद्ध को समाप्त करने की उनकी योजना का समर्थन करने के लिए हमास को राजी करने में मदद करें. एर्दोगन ने कहा कि तुर्की के अधिकारी बुधवार को मिस्र के शर्म अल शेख में वार्ता में शामिल थे और ट्रम्प ने तुर्की से हमास को प्रस्ताव स्वीकार करने के लिए मनाने को कहा था.
राष्ट्रपति ऑफिस की तरफ से जारी बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि हम इस पूरी प्रक्रिया के दौरान हमास के संपर्क में रहे हैं. हम अब भी उनके संपर्क में हैं. हम उन्हें समझा रहे हैं कि सबसे उपयुक्त तरीका क्या है, फिलिस्तीन को भविष्य में प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाने के लिए क्या करने की जरूरत है. उन्होंने पिछले महीने व्हाइट हाउस की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि हमने डोनाल्ड ट्रंप को समझाने की कोशिश की है कि फिलिस्तीन का समाधान कैसे निकाला जा सकता है.
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दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा युद्धविराम प्रस्ताव के समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत चल रही है. हमास के एक अधिकारी के अनुसार, हमास और इजराइल पहले ही एक समझौते के तहत रिहा किए जाने वाले बंधकों और कैदियों की एक सूची का आदान-प्रदान कर चुके हैं.


 
 










