नई दिल्ली: ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच लंदन में ईरानी दूतावास के बाहर प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार को प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रदर्शनकारी 22 वर्षीय ईरानी महिला के लिए न्याय की मांग कर रहे थे, जिसे ठीक से हिजाब नहीं पहनने के लिए पुलिस हिरासत में प्रताड़ित किया गया था जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी।
अभी पढ़ें – Iran unrest: ईरान में हिजाब के खिलाफ हो रहे उग्र प्रदर्शन में अब तक 31 की मौत
लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अव्यवस्था पैदा करने के इरादे से ईरानी दूतावास के बाहर भीड़ इकट्ठा हुई। पुलिस ने कहा कि जब प्रदर्शनकारियों ने दूतावास परिसर में धावा बोलने की कोशिश की तो पुलिस की टीम को बुलाया गया। विरोध के दौरान पुलिस ने कम से कम पांच लोगों को हिरासत में लेने की पुष्टि की और कहा कि जल्द ही और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।
22 साल की युवती की मौत पर क्यों उबल रहा ईरान?
पुलिस हिरासत में प्रताड़ना के बाद अस्पताल में 22 साल की महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान उबल रहा है। अमिनी के एक रिश्तेदार ने कहा है कि तेहरान के कसारा अस्पताल में पुलिस ने उसे भर्ती कराया था। शुक्रवार को अमिनी के अंतिम संस्कार के दौरान बड़ी संख्या में महिला प्रदर्शनकारियों ने इकट्ठा होकर अपना हिजाब या ब्लैक हेडस्कार्फ़ हटा दिया था।
समाचार एजेंसी फार्स न्यूज के अनुसार, ग्रेटर तेहरान के पुलिस कमांडर होसैन रहीमी ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि वह चाहते हैं कि देश इस तरह की घटनाओं को फिर कभी न देखे।
अभी पढ़ें – ईरान में ‘हिजाब क्रांति’, सड़कों पर उतरीं महिलाओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई, फायरिंग में 3 की मौत
रहीमी ने कहा, “घटना हमारे लिए दुर्भाग्यपूर्ण थी और हम चाहते हैं कि ऐसी घटनाएं कभी न हों।” शारीरिक प्रताड़ना के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तेहरान पुलिस कमांडर ने कहा कि हिरासत में महिला को नुकसान पहुंचाने के आरोप झूठे हैं और पुलिस ने उसकी जान बचाने के लिए सभी इंतजाम किए थे।
अभी पढ़ें – दुनिया से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
Click Here – News 24 APP अभी download करें