नई दिल्ली: यूक्रेन के चार हिस्सों के रूस में विलय के बाद बड़ी खबर सामने आई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि उनका देश नाटो की सदस्यता के लिए आवेदन करेगा। जेलेंस्की ने कहा कि कीव ने नाटो से तुरंत सदस्यता के लिए आग्रह किया है। जेलेंस्की ने यह भी कहा है कि जब तक व्लादिमिर पुतिन रूस की सत्ता पर काबिज हैं। यूक्रेन रूस से बातचीत नहीं करेगा।
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दरअसल, रूस ने यूक्रेन के चार हिस्सों- लुहांस्क, डोनेट्स्क, जैपोरिजिया और खेरसॉन को मिलाने का ऐलान किया है। वहीं दूसरी ओर नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा- नकली जनमत संग्रह मास्को में बनाए गए थे। यह अंतरराष्ट्रीय कानून का पूर्ण उल्लंघन है। जमीन हड़पना अवैध है। नाटो के सहयोगी रूस के हिस्से के रूप में इनमें से किसी भी क्षेत्र को मान्यता नहीं देंगे।
The sham referendums were engineered in Moscow and imposed on Ukraine in total violation of international law. This land grab is illegal and illegitimate. NATO allies do not and will not recognise any of these territories as part of Russia: NATO Secretary-General Jens Stoltenberg pic.twitter.com/uJ6viyR02a
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) September 30, 2022
उन्होंने आगे कहा- हम सभी से क्षेत्रीय विजय पर रूस के जबरदस्त प्रयासों को अस्वीकार करने का आह्वान करते हैं। शुक्रवार को ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि कीव तत्काल प्रभाव से सैन्य कार्रवाई रोककर बातचीत की टेबल पर आए। पुतिन ने चारों हिस्सों के लोगों को रूसी नागरिक बताकर कहा कि सभी भाई-बहन एक ही लोग हैं।
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