Israel-Gaza Ceasefire: इजराइली हमलों के चलते गाजा में हालात खराब होते जा रहे हैं। इन हमलों में मासूम बच्चों की जानें जा रही हैं। हालात ये हैं कि गाजा में खाने-पीने का सामान भी नहीं पहुंच पा रहा है। कुछ दिन पहले रिपोर्ट सामने आई कि अगर गाजा में राहत सामग्री नहीं पहुंचाई गई, तो वहां पर हजारों बच्चे भुखमरी की वजह से मर सकते हैं। हालांकि, बीते दिन राहत सामग्री के ट्रकों ने गाजा में प्रवेश किया। बिगड़ते हालात के बीच अब इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी कुछ समय के लिए सीजफायर करने पर सहमत हो गए हैं, लेकिन उन्होंने इसके लिए हमास के सामने नई शर्तें रख दी हैं।
हमास के सामने नेतन्याहू की क्या शर्त?
नेतन्याहू ने दावा किया है कि उनके 20 से ज्यादा बंधक अभी भी जिंदा हैं। नेतन्याहू ने कहा कि ‘इन बंधकों को छुड़ाने के लिए ही अस्थायी सीजफायर संभव है।’ इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ‘इजरायली सेना का उद्देश्य “पूरे गाजा पर कंट्रोल लेना है।’ आपको बता दें कि नेतन्याहू के इस बयान के पहले ही इजराइली सेना ने वेस्ट बैंक के जेनिन में विदेशी राजनयिकों के डेलिगेशन पर भी गोलियां चलाई थीं, इसके बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया।
ये भी पढ़ें: असीम मुनीर का फील्ड मार्शल बनना ‘डिस्टर्बिंग साइन’, पूर्व अमेरिकी NSA ने जताई चिंता
गाजा में कैसे हैं हालात?
गाजा में दिन-ब-दिन हालात खराब होते जा रहे हैं। हाल ही में इजराइली हमलों में करीब 19 लोगों की मौत की खबर सामने आई। मानवीय संगठनों ने गाजा में पहुंची मदद पर कहा कि ‘वहां पर जो हालात हैं, यह मदद न के बराबर है।’ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, UN के प्रवक्ता का कहना है कि ‘कुछ सुरक्षा कारणों के चलते अभी भी भेजी गई मदद डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स से बाहर तक नहीं जा पाई है। इसके अलावा, गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन नाम की संस्था ने भी गाजा में 300 मिलियन भोजन बांटने का दावा किया है। अब अगर हमास नेतन्याहू की बात मानता है, तो गाजा के हालात कुछ समय के लिए ठीक हो सकते हैं।
ये भी पढ़ें: कतर विमान मामले में सवाल करने पर क्यों भड़के ट्रंप, रिपोर्टर से बोले- आपको यहां से चले जाना चाहिए