Iran’s Surgical Strike In Pakistan : ईरान की मिलिट्री फोर्सेज ने आतंकी संगठन जैश अल-अदल के ग्रुप कमांडर इस्माइल शाहबख्श और उसके कुछ साथियों को ढेर कर दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार ईरानी फोर्सेज ने यह सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तानी क्षेत्र में ही की है। अभियान में शाहबख्श के साथ उसके कुछ साथी भी मारे गए हैं।
#BREAKING Iran’s military forces have, in an armed clash inside the Pakistani territory, killed senior Jaish al-Adl militant group commander Ismail Shahbakhsh and some of his companions, Iran’s state-run media reported, one month after the two countries conducted airstrikes on… pic.twitter.com/0o6AD6ejJ3
---विज्ञापन---— Iran International English (@IranIntl_En) February 23, 2024
रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान के सैन्य बलों ने एक सशस्त्र संघर्ष के दौरान इस आतंकी संगठन पर हमला किया था। उल्लेखनीय है कि इस घटना से करीब दो महीने पहले ही पाकिस्तान और ईरान ने एक-दूसरे पर एयर स्ट्राइक की थीं। बता दें कि जैश अल-अदल की स्थापना साल 2012 में हुई थी और ईरान ने इसको आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।
आखिर क्या है जैश अल-अदल संगठन
जैश अल-अदल एक सुन्नी आतंकवादी संगठन है और ईरान के दक्षिण-पूर्वी प्रांत सिस्तान-बलोचिस्तान में एक्टिव है। अस्तित्व में आने के बाद से ही यह संगठन ईरानी सुरक्षा बलों पर कई हमले कर चुका है। इसने सिस्तान बलोचिस्तान में एक पुलिस स्टेशन पर हुए हमले की जिम्मेदारी भी ली थी जिसमें कम से कम 11 पुलिस कर्मियों की जान गई थी।
Iran’s semi-official outlet @MehrnewsCom reported that Jaish Al Adl militant Ismail Shah Bux was killed in ‘South-East of Iran’.
Reformist outlet @Entekhab_News report he was killed in Pakistan.
Baloch outlet @haalvsh claims he got injured but survived in a clash in Pakistan. pic.twitter.com/bxtOh4L2c7— SAMRIBackup (@SamriBackup) February 24, 2024
16 जनवरी को ईरान ने की थी स्ट्राइक
इससे पहले ईरान ने 16 जनवरी की रात को ईरान ने पाकिस्तान में ड्रोन और मिसाइल स्ट्राइक की थी। इस दौरान जैश अल-अदल के दो अहम हेडक्वार्टर्स तबाह कर दिए गए थे। पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि इन हमलों में दो बच्चों की मौत हुई थी और तीन बच्चियां घायल हुई थीं। 18 जनवरी को पाकिस्तान की ओर से ईरान में हमला किया गया था।
पिछले महीने की आक्रामकता के बाद दोनों देशों ने सुरक्षा सहयोग बढ़ाने की बात कही थी। पाक के विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलंद और उनके ईरानी समकक्ष हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियां ने पाकिस्तान फॉरेन ऑफिस में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह ऐलान किया था। लेकिन, हालिया हमले से लग नहीं रहा कि दोनों देशों के बीच स्थिति ठीक हुई है।
ये भी पढ़ें: दुश्मन नहीं, बाइडेन का ‘कमांडर’ बना मुसीबत
ये भी पढ़ें: कोरोना वैक्सीन के दिख रहे हैं साइड इफेक्ट्स
ये भी पढ़ें: अमेरिका में क्यों अचानक बंद हुए मोबाइल फोन