Indian Student in America: संयुक्त राज्य अमेरिका की मिसौरी पुलिस ने 20 वर्षीय भारतीय छात्र को बंदी बनाने और उस पर हमला करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पीड़ित छात्र अमेरिका के रोला में मिसौरी यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में की पढ़ाई के लिए भारत से अमेरिका गया था। घायल छात्र को बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि छात्र को गंभीर चोटें आई है।
चचेरे भाई ने ही बनाया बंधक
सामने आई जानकारी के मुताबिक, घायल छात्र को बंधक बनाने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका चचेरा भाई ही था जिसने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर उसे सात महीने से भी अधिक समय तक बंधक बना कर रखा था। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना की रिपोर्ट एक ‘संबंधित नागरिक’ ने की थी, जिसे इस घटना के बारे में जानकारी हो गई थी।
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस ने कहा कि उसे शौचालय तक जाने नहीं दिया गया, पीटा गया और तीन घरों में काम करने के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिसकी पहचान वेंकटेश आर सत्तारु (35) (मुख्य संदिग्ध और भारतीय छात्र का चचेरा भाई), 23 वर्षीय श्रवण वर्मा पेनुमेचा और 27 साल के निखिल वर्मा पेनमात्सा. के रूप में हुई। सभी पर मानव तस्करी, अपहरण और हमले सहित अपराधों का आरोप लगाया गया था।
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पुलिस ने आगे बताया है कि छात्र को अप्रैल की शुरुआत में सत्तारू के घर ले जाया गया और सत्तारू की आईटी कंपनी के लिए पूरा दिन काम करने, फिर शाम के कार्यों की एक सूची पूरी करने के लिए मजबूर किया गया। इतना ही नहीं पुलिस ने ये भी बताया है कि सत्तारू छात्र को अन्य व्यक्तियों से भी पिटाई करवाता था। अगर पीड़ित जोर से नहीं चिल्लाता, तो सत्तारू उनसे कहता कि उसे और जोर से मारो।
शिकायत में क्या कहा गया है?
आरोपों में कहा गया है कि सात महीने से अधिक समय तक, लोगों ने छात्र को एक तहखाने में बंद कर दिया और उसे बाथरूम तक का इस्तेमाल नहीं करने दिया गया। पुलिस ने अधिक जानकारी देते हुए इस घटना को “बिल्कुल अमानवीय और अचेतन” बताया। हालांकि, छात्र किसी तरह अपनी जानकर बचाकर और मौका देखकर भागने में कामयाब हुआ। इसके बाद पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी।