INDIA vs BHARAT Row Pakistan claim India Name: केंद्र में सत्तासीन नरेन्द्र मोदी सरकार देश का नाम INDIA को हटाकर पूरी तरह भारत करने जा रही है। इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, क्योंकि दिल्ली में होने वाले जी-20 सम्मेलन में शामिल वर्ल्ड लीडर्स के लिए राष्ट्रपति भवन में आगामी रविवार को आयोजित डिनर के लिए भेजे निमंत्रण पत्र में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ वाक्य का इस्तेमाल किया गया है।
इसको लेकर कांग्रेस समेत करीब-करीब सभी विपक्षी दलों ने आपत्ति जताई है। उधर, पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पाकिस्तान ‘INDIA’ नाम पर अपना दावा कर सकता है। तर्क दिया जा रहा है कि अंग्रेजों ने INDIA नाम अविभाजित ‘भारत’ को दिया था। अगर भारत ‘INDIA’ यह नाम नहीं लेता है स्वाभाविक तौर पर पाकिस्तान INDIA नाम पर अपना दावा करेगा।
साउथ एशिया इंडेक्स के एक्स हैंडल से किए गए एक ट्वीट में कहा गया है- ‘अगर भारत संयुक्त राष्ट्र स्तर पर आधिकारिक तौर पर INDIA नाम की मान्यता रद्द कर देता है तो पाकिस्तान “INDIA” नाम पर दावा कर सकता है। पाकिस्तान में राष्ट्रवादी लंबे समय से तर्क देते रहे हैं कि INDIA नाम पर पाकिस्तान का अधिकार है, क्योंकि यह सिंधु क्षेत्र को संदर्भित करता है।
साउथ एशिया इंडेक्स के इसे ट्वीट में आगे दावा किया है कि भारतीय दक्षिणपंथियों को लंबे समय से ‘INDIA’ नाम से नफरत है। इस बीच, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने दावा किया कि देश का मूल नाम निर्विवाद रूप से भारत था और अंग्रेजों ने ही इसे इंडिया कहना शुरू किया था।
यहां पर बता दें कि यह सही है कि INDIA नाम अंग्रेजी शासन में दिया गया था, जिसका भारत करीब 200 वर्ष तक गुलाम रहा था। लंबी लड़ाई के बाद 15 अगस्त 1947 में भारत आजाद हुआ, लेकिन बंटवारे के तहत एक दिन पाकिस्तान को अलग देश बना दिया। इसे भारत को बांटकर बनाया गया।
गौरतलब है कि संविधान में INDIA और भारत दोनों तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने की इजाजत मिली हुई है। यह बात कुछ वर्ष पहले सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है। बताया जा रहा है कि केंद्र में सत्तासीन एनडीए सरकार अब INDIA शब्द को हटाकर सिर्फ भारत करने जा रही है। इसको लेकर जहां विपक्ष हमलावर है तो वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान से भी प्रतिक्रिया मिल रही है। वह भी नाम को लेकर आलोचना कर रहा है, लेकिन अपने हित में