Mujibur Rahman Murder: बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार मुजीबुर रहमान के हत्यारे को कनाडा से निर्वासित करने के लिए नई अपील दायर करेगी। यह फैसला नए सबूत मिलने के बाद लिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश के राष्ट्रपिता ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर रहमान के दोषी हत्यारे नूर चौधरी के कनाडा में स्वतंत्र रूप से रहने के बारे में एक नई डॉक्यूमेंट्री में किए गए खुलासे के बाद वहां की सरकार ऐसा करने जा रही है। इस मामले में अब बांग्लादेश कनाडा से नए सिरे से अपील करेगा।
एएनआई से बात करते हुए कनाडा में बांग्लादेश के उच्चायुक्त खलीलुर रहमान ने कहा, “हम यहां चुप नहीं बैठे हैं और सीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर नए सबूत के बाद उनके शीघ्र निर्वासन के लिए कनाडाई सरकार से नई अपील कर रहे हैं।” रहमान ने कहा कि नूर चौधरी लगभग 28 साल पहले 1996 में कनाडा गया था और एक जघन्य अपराध में सजायाफ्ता हत्यारा होने के बावजूद वह वहां स्वतंत्र रूप से रह रहा है और बांग्लादेश सरकार उसे निर्वासित करने के लिए कई तरीके आजमा रही है।
दोहरे मानक के लिए उठाया सवाल
रहमान ने आगे कहा कि “हम हर तरह की कोशिश कर रहे हैं और कनाडा सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि फैसले का सामना करने के लिए उसे बांग्लादेश भेज दिया जाए। यह न्यायिक प्रक्रिया बहुत ही पारदर्शी और भयमुक्त रही है। एमनेस्टी इंटरनेशनल द्वारा भी यह प्रमाणित किया गया है कि आरोपियों को खुद को निर्दोष साबित करने के लिए सभी सुविधाएं दी गईं। बांग्लादेश के दूत ने मानवाधिकारों के नाम पर दोहरे मानक के लिए कनाडा और अन्य विकसित देशों पर भी सवाल उठाया।
कर रहे हत्यारे के अधिकारों की रक्षा-रहमान
रहमान ने आगे कहा कि “हमारा मित्र (कनाडा) वास्तव में हमारी चिंताओं का समाधान करने की कोशिश नहीं कर रहा है और यही हमारी समस्या है। नूर चौधरी ने मानवता के खिलाफ अपराध के साथ मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है , फिर भी वे उसकी रक्षा कर रहे हैं। वे एक हत्यारे के अधिकारों की रक्षा कर रहे हैं, लेकिन वे पीड़ित और पीड़ित के परिवारों के साथ न्याय नहीं कर रहे हैं। उन्होंने इसे दोहरा मानदंड बताया।
हर पल उठा रहे हैं इस मामले को-रहमान
उच्चायुक्त रहमान ने आगे बताया कि नूर चौधरी के निर्वासन को लेकर बांग्लादेश कनाडा सरकार से नई अपील करने जा रहा है। “हमें यह पता था कि वह उस घर में रह रहा था, लेकिन वह कभी कैमरे में कैद नहीं हुआ था। हम हर दिन और हर पल इस मामले को उठा रहे हैं। इस सीबीसी डॉक्यूमेंट्री के साथ सभी (कनाडाई अधिकारी) अब जानते हैं कि वे वहां पिछले 28 वर्षों से वह रहे हैं। इसलिए हम एक नई अपील करेंगे कि कनाडा की सरकार को बांग्लादेश में उनके निर्वासन के बारे में बातचीत करने के लिए बैठना चाहिए।
कनाडा में घूम रहे हैं कई अन्य दोषी भी-रहमान
रहमान ने कहा कि नूर चौधरी के अलावा कई अन्य दोषी अपराधी भी कनाडा में स्वतंत्र रूप से रह रहे हैं, हालांकि ढाका इस विशेष मामले को सबसे ज्यादा प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा कि 1 जुलाई 2016 को बांग्लादेश में सबसे बड़ा हमला हुआ। बता दें कि भारत ने कनाडा में जस्टिन ट्रूडो प्रशासन पर भारत विरोधी खालिस्तानी तत्वों को शरण देने का भी आरोप लगाया है। इसके बाद से कनाडा और भारत के रिश्ते भी काफी ज्यादा खराब हो गए हैं।
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