अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आखिरकार शांति पुरस्कार मिल ही गया. जी हां, इसकी घोषणा इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने फ्लोरिडा में मार-ए-लोगो क्लब में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए की और उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को बधाई भी दी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को सर्वोच्च नागरिक समान शांति पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाता है और यह पुरस्कार उनके द्वारा किए शांति प्रयासों का सम्मान और सराहना है. इजरायल के लोगों का उनके प्रति आभार है.
#WATCH | Florida, USA | Israel Prime Minister Benjamin Netanyahu says, "… We decided to break a convention or to create a new one- that is to award the Israel Prize, which in 80 years, we have never awarded to a non-Israeli, to President Trump. This was announced formally over… pic.twitter.com/GhZJbY8HIu
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) December 29, 2025
पहली बार किसी बाहरी को दिया पुरस्कार
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि एक परंपरा को तोड़ने या एक नई परंपरा बनाने का फैसला किया है, यानी इजरायल ने 80 साल से जो पुरस्कार किसी बाहरी को नहीं दिया, वह पहली बार राष्ट्रपति ट्रंप को दिया जा रहा है. पहली बार इजरायल का सर्वोच्च नागरिक सम्मान शांति की कैटेगरी में दिया जा रहा है. जी हां, राष्ट्रपति ट्रंप को इजरायल पीस प्राइज से सम्मानित किया जाएगा. इजरायली और यहूदी लोगों के भले के लिए उनके योगदान के लिए पुरस्कार दिया जा रहा है.
पुरस्कार ट्रंप के प्रति इजरायल का आभार
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि शांति पुरस्कार राष्ट्रपति ट्रंप के प्रति इजरायल के लोगों का आभार है. वे इजरायल की मदद करने और आतंकवादियों के खिलाफ हमारी लड़ाई की सराहना करने और हरसंभव मदद करने के लिए तैयार रहते हैं. देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान परंपरागत रूप से विज्ञान, कला और मानविकी जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए इजरायली नागरिकों को प्रदान किया जाता है. शांति श्रेणी में यह पुरस्कार पहले कभी नहीं दिया गया, लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप के लिए यह नियम बदलते हैं.
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ट्रंप ने इजरायल को बताया है मजबूत देश
वहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने शांति पुरस्कार के लिए इजरायल का आभार जताया. उन्होंने कहा कि इजरायल क्या कार्रवाई करता है या कर रहा है, इसकी कोई चिंता नहीं है. टेंशन तो इस बात की है कि दूसरे लोग क्या कर रहे हैं? इजरायल ने गाजा को लेकर बनाए गए प्लान का पालन किया है और वह काफी मजबूत देश है. मध्य प्रूर्व में इजरायल के साथ मिलकर काम करने की संभावनाएं काफी हैं. कभी किसी मुद्दे पर विचार अलग हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर मुद्दों पर दोनों सहमत हो जाते हैं.










