Crocodile experts cruelty with dogs: ब्रिटेन के एक मगरमच्छ एक्सपर्ट ने जो किया, वह जानवरों के साथ जुल्म की इंतहा है। एडम ब्रिटन नाम के शख्स ने कुत्तों पर खूब कहर ढाया। उसकी करतूतें जानने के बाद लोग हैरान हैं। ब्रिटिश जीव विज्ञानी ने दर्जनों कुत्तों के साथ न केवल गलत काम किया। बल्कि उनको मौत के घाट भी उतार दिया। आरोपी एडम ब्रिटन के खिलाफ कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसने न केवल कुत्तों के साथ हैवानियत की। बल्कि उनको मौत के घाट उतार दिया। सब कुछ वह वीडियो में रिकॉर्ड करता था। जिसके बाद वह वीडियो को इंटरनेट पर वायरल कर देता था। उसने कुत्तों पर जुल्म ढाने के लिए टॉर्चर रूम भी बना रखा था। उसने कई वीडियो वायरल किए हैं।
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आरोपी के खिलाफ लगे कुल 60 आरोप
एडम ब्रिटन यूके का मशहूर जीव विज्ञानी रहा है। जिसने बीबीसी और नेशनल जियोग्राफी जैसे चैनलों के लिए मिलकर कई प्रोजेक्टों पर काम किया है। आरोपी ने एक ऑस्ट्रेलियन कोर्ट में अपने खिलाफ लगे आरोपों को स्वीकार किया है। आरोपी ने कबूल किया है कि कुत्तों पर उसने मरने तक अत्याचार किए हैं। इन सबको अपने कैमरे में भी कैद किया है। उसके खिलाफ लगभग 60 आरोप थे। इनमें से एक उसने बच्चों के खिलाफ शोषण सामग्री को ऑनलाइन एक्सेस करने की बात को भी कबूल कर लिया है। अभी तक उसको सजा नहीं सुनाई गई है।
18 माह में ली 39 कुत्तों की जान
उसके कर्मों को जानने के बाद उत्तरी क्षेत्र सुप्रीम कोर्ट के जज भी हैरान रह गए। जज ने मौजूद लोगों से कहा कि वे बाहर चले जाएं। कहीं आरोपी के बारे में सुनकर आप लोग घबरा न जाएं। अभियोजन पक्ष की ओर से कहा गया है कि ब्रिटन को 2014 से बीमारी थी। जिसको जानवरों में परपीड़क यौन रुचि का नाम दिया जाता है। आरोपी पालतू जानवरों को निशाना बनाता था। उसके निशाने पर वे कुत्ते रहते थे। जिनके मालिक उनको अकेला छोड़कर कहीं बाहर चले गए हैं। वह लोगों को बरगला भी देता था कि उनके जानवर की देखभाल करेगा।
उसने एक शिपिंग कंटेनर को टॉर्चर रूम की तरह यूज किया। जिसके बाद उसमें रिकॉर्डिंग करने के लिए कैमरे भी इंस्टॉल कर दिए थे। इस रूम में ही वह कुत्तों पर अत्याचार करता था। आरोपी पिछले लगभग 18 महीनों से ऐसा कर रहा था। जिसने लगभग 39 कुत्तों को मौत के घाट उतारा। लगभग 42 कुत्तों के साथ आरोपी ने हैवानियत की। आरोपी प्राणीशास्त्र में पीएचडी कर चुका है और फिलहाल चार्ल्स डार्विन विश्वविद्यालय में एकेडमिक पोस्ट पर सेवाएं दे रहा है। उसे 2022 में अरेस्ट किया गया था। उसको दिसंबर 2023 में सजा दी जाएगी।