ब्राजील में सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपतति जायर बोल्सोनारो को 27 साल की सजा सुनाई है. उनपर तख्तापलट की साजिश करने का आरोप है. जायर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेहद करीबी माने जाते हैं. मामला साल 2022 का है. चुनाव में हार के बाद सत्ता में बने रहने के लिए जायर ने तख्तापलट की कोशिश की थी. कोर्ट ने मामले में दोषी पाया है. 5 जजों की बेंच में 4 ने जायर को कई अपराधों में दोषी ठहराकर 27 साल 3 महीने की जेल की सजा सुनाई. जायर साल 2019 से 2022 तक ब्राजील के 38वें राष्ट्रपति रहे हैं. ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति बोलसोनारो अति दक्षिणपंथी नेता हैं. उन्हें ब्राजील का ट्रंप भी कहा जाता है.
भारत में बन चुके हैं मुख्य अतिथि
ब्राजील के बोलसोनारो राष्ट्रपति रहते हुए साल 2020 में भारत आए थे. भारत में 71वां गणतंत्र दिवस था, बोलसोनारो उसी मौके पर मुख्य अतिथि बनकर भारत आए थे. बोलसोनारो की यह पहली भारत यात्रा थी. उस दौरान भारत और ब्राजील के बीच स्वास्थ्य, जैव ऊर्जा सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, भू-गर्भ और खनिज संसाधनों के लिए 15 समझौते हुए थे.
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समलैंगिकता का कर चुके हैं विरोधी
पूर्व राष्ट्रपति जायर समलैंगिकता के विरोधी हैं. उन्होंने साल 2011 में एक बयान दिया था कि मैं अपने बेटे को एक समलैंगिक होने से बेहतर एक सड़क हादसे में मरते देखना चाहूंगा. इससे समलैगिंता समुदाय में अक्सर उनके खिलाफ चर्चा होती रहती है। इसके अलावा जायर सुरक्षा पर बात करते हुए कहा था कि सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, ये बेहद जरूरी है. लोग रोजगार चाहते हैं, शिक्षा चाहते हैं. लेकिन नौकरियों का कोई मतलब नहीं होगा यदि वो घरों को आएं और रास्ते में ही लूट लिए जाएं.
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