Brazil Woman Buried Alive: ब्राजील में एक परिवार ने एक हैरान करने वाला खुलासा किया है। बताया कि उनकी एक रिश्तेदार 37 साल की रोसांगेला अल्मेडा को जिंदा ही दफन कर दिया गया। वह 11 दिनों तक कब्र में ताबूत से बाहर निकलने की कोशिश करती रही। कभी चीखती-चिल्लाती तो कभी ताबूत पर अपने हाथ-पांव मारती। लेकिन लोग डर के चलते कब्र के पास भी नहीं जा रहे थे। आखिरकार जब कब्र को खोदकर महिला को बाहर निकाला गया तो वह जिंदा मिली।
रिपोर्ट के मुताबिक रोसांगले अल्मेडा की मौत जनवरी 2018 में हुई थी। उस समय मौत का कारण सेप्टिक शॉक और दिल का दौरा बताया गया था। इस बात का जिक्र उनके मृत्यु प्रमाण पत्र पर भी दर्ज है।
कब्र से आ रही थी कराहने की आवाज
परिवार ने दावा किया कि रोसांगले को कब्र में दफन करने के बाद उसे प्लास्टर कर दिया गया था। वह 11 दिनों तक ताबूत से निकलने के लिए संघर्ष करती रही। अल्मेडा जिस कब्र में दफन थी, उसमें से रहस्यमयी आवाजें आ रही थीं। इस बात का जब परिवार को पता चला तो सभी परेशान हो गए। कब्रिस्तान में आने वाले लोगों ने दावा किया कि उन्होंने पत्थर की कब्र से किसी के कराहने और पीटने की अलग-अलग आवाजें सुनी हैं। भयानक आवाजें सुनकर परिवार तुरंत कब्रिस्तान पहुंचा और कब्र खोदी।
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Rosangela almeida
कलाई और माथे पर मिले चोट के निशान
जब रोसांगेला को कब्र से बाहर निकाला गया तो ताबूत में खून बिखरा मिला। उसकी कलाई और माथे पर चोट के निशान थे। परिवार के सदस्यों ने पुष्टि की कि दफनाने के दौरान चोटें नहीं थीं। खोदाई करने वालों ने दावा किया कि अल्मेडा के शरीर में गर्माहट का अहसास बना हुआ था। जिससे संभावना है कि वह लंबे समय तक मृत नहीं रही होगी।
तो यह हुआ था महिला के साथ
इस घटना का जब पुलिस को पता चला तो एक जांच शुरू की गई। कब्र की खोदाई में लगे लोगों से भी पूछताछ की गई। ब्राजील के कानून के मुताबिक, ऐसे अपराध के लिए तीन साल तक की जेल की सजा हो सकती है। जांच में यह भी सामने आया कि रोसांगले बेहोश हो गई थी। फिर लोगों ने उसे गलती से मृत समझकर दफन कर दिया।
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