Mulayam Singh Yadav: उत्तर प्रदेश के सैफई में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार हुआ। सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। नेताजी के अंतिम दर्शन करने के लिए आने वाली भीड़ और मौसम को देखते हुए प्रशासन समेत मुलायम के परिवार वालों ने महज 24 घंटे के भीतर एक विशाल पंडाल और मुलायम सिंह यादव का समाधि स्थल तैयार किया गया।
यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, अनिल अंबानी, जया बच्चन समेत वीवीआईपी और उद्योगपतियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। बता दें कि मौसम खराब होने के कारण पूरे समय बूंदाबांदी होती रही, लेकिन काम करने वालों के हाथ नहीं रुके।
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मालती देवी के समाधि स्थल के पास ही मुलायम का अंतिम संस्कार
जानकारी के मुताबिक समाधि स्थल और पंडाल दोनों नुमाइश ग्राउंड परिसर में बनाए गए। जहां पांच साल पहले तक प्रसिद्ध सैफई महोत्सव आयोजित किया जाता था। यहां करीब तीन फीट ऊंचा मंच ईंटों और सिमेंट से तैयार किया गया। बता दें कि मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी मालती देवी का समाधि स्थल भी ठीक बगल में ही है। उनका निधन वर्ष 2003 में हुआ था।
तैयारी देख लोग भी रह गए चकित
स्थानीय लोगों ने समाचार एजेंसियों को बताया कि एलिवेटेड प्लेटफॉर्म और पंडाल का निर्माण देर रात शुरू हुआ। सुबह देखा तो वह चकित रह गए। इतना ही नहीं पंडाल और समाधि स्थल के अलावा मैदान को भी समतल किया गया था। इस काम में कई मजदूर और जेसीबी लगाए गए थे। एक समय पर यहां सैफई महोत्सव का आयोजन होता था। आयोजन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के यहां तंबू लगते थे।
जिलाधिकारी और एसएसपी ने रखी पूरी नजर
मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे जिलाधिकारी अवनीश राय और एसएसपी जय प्रकाश सिंह ने अंतिम संस्कार की तैयारियों का जायजा लिया। भारत में राजनीतिक दिग्गजों में शुमार 82 वर्षीय मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को अंतिम सांस ली थी। वह पिछले कई दिनों से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थी। अंतिम समय में उनके साथ उनके बेटे अखिलेश यादव और परिवार के कुछ लोग मौजूद थे।
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