Uttar Pradesh railway stations: भारत में अगर सबसे अधिक रेलवे स्टेशन की बात की जाए तो सबसे पहले उत्तरप्रदेश का नाम आता है, जहां रेलवे स्टेशनों की संख्या 1000 से भी ज्यादा है. यह मुख्य शहरों, आद्योगिक केंद्रों, तीर्थस्थलों और रिमोट गांवों को जोड़ते हैं. वहां जगह-जगह फैला रेल नेटवर्क रोजाना लाखों यात्रियों और सामान को लाने पहुंचाने का नाम करता है और भारत को जोड़ता है. यह नेटवर्क देश में पैसेंजर जर्नी और गुड्स ट्रांसपोर्ट को सुगम बनाता है. उत्तर प्रदेश सिर्फ़ एक राज्य नहीं, बल्कि भारत की रेल व्यवस्था की रीढ़ है.
Ayodhya Dham RAILWAY STATION, Uttar Pradesh, Bharat!
India's railway stations are being redeveloped with scale and speed – even this station will look below average in a few years.
THIS IS BHARAT, NOW IT'S YOUR JOB TO: SPREAD THE WORD 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 pic.twitter.com/gKkhWnKKvP---विज्ञापन---— 🇮🇳India Infra & Economy 🇮🇳 (@INDinfraeconomy) July 28, 2025
रेलवे कनेक्टिविटी में उत्तर प्रदेश सबसे आगे
रेलवे कनेक्टिविटी की बात करें तो उत्तर प्रदेश सबसे आगे है. 1,000 से ज़्यादा रेलवे स्टेशनों के साथ यह राज्य प्रमुख शहरों, औद्योगिक केंद्रों, धार्मिक केंद्रों और दूरदराज के गांवों को जोड़ता है. रेल नेटवर्क हर दिन लाखों यात्रियों और माल ढुलाई को संभालता है, जो इसे भारतीय ट्रांसपोर्ट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है.
हर महीने 2.5 करोड़ से अधिक यात्री
उत्तर प्रदेश का केंद्रीय स्थान इसे पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिणी भारत के बीच एक महत्वपूर्ण गलियारा बनाता है. हर महीने 2.5 करोड़ से अधिक यात्री उत्तर प्रदेश रेलवे स्टेशनों का उपयोग करते हैं. दिल्ली-हावड़ा, दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता जैसे प्रमुख मार्ग राज्य से होकर गुजरते हैं. यह नेटवर्क देश भर में सुगम यात्री यात्रा और माल परिवहन को सुगम बनाता है. राज्य उत्तर रेलवे, उत्तर पूर्वी रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे क्षेत्रों के माध्यम से रेल परिचालन का प्रबंधन करता है. प्रमुख माल ढुलाई केन्द्र कृषि और औद्योगिक वस्तुओं के परिवहन को समर्थन देते हैं, जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है.
उत्तर प्रदेश के प्रमुख रेलवे स्टेशन
प्रयागराज जंक्शन (ALD): यह स्टेशन दिल्ली-हावड़ा और जबलपुर-हावड़ा लाइनों को जोड़ता है और प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेनों का संचालन करता है. कुंभ मेले के दौरान, विशेष ट्रेनें लाखों तीर्थयात्रियों के लिए सुगम यात्रा सुनिश्चित करती हैं.
कानपुर सेंट्रल (CNB): प्रतिदिन 2.5 लाख से ज़्यादा यात्रियों को सेवा प्रदान करने वाला, कानपुर सेंट्रल भारत के सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक है. यह लखनऊ, झाँसी, वाराणसी और पटना की ओर जाने वाली ट्रेनों को जोड़ता है और बड़े प्लेटफ़ॉर्म और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है.
वाराणसी जंक्शन (BSB): वाराणसी जंक्शन धार्मिक पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जो इस आध्यात्मिक नगरी को दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई से जोड़ता है. लाखों तीर्थयात्री काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा घाटों के दर्शन के लिए इसका उपयोग करते हैं.
लखनऊ चारबाग (LKO): अपनी इंडो-अरबी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध, लखनऊ चारबाग दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और गुवाहाटी जाने वाली ट्रेनों का एक प्रमुख केंद्र है. बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नए प्लेटफ़ॉर्म और सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं.
गोरखपुर जंक्शन (GKP): अपने 1,366.33 मीटर ऊंचे, दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफ़ॉर्म के लिए प्रसिद्ध, उत्तर प्रदेश को बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और नेपाल से जोड़ता है. यह पूर्वोत्तर रेलवे ज़ोन का मुख्यालय भी है.










