UP News: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में अपनी ननिहाल आए नौ साल के बच्चे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले की खुलासा करते हुए एक किशोर को पकड़ा है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि किशोर ने 5 लाख रुपये की फिरौती के लिए वारदात को अंजाम दिया था।
अपने मामा के घर आया था नौ साल का आयुष
जानकारी के मुताबिक, मामला जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के सैंबसी गांव का है। यहां रहने वाले छोटू मिश्रा की बहन का ससुराल मध्य प्रदेश के विदिशा में है। स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां हुईं तो छोटू की बहन अपने नौ वर्षीय इकलौते बेटे आयूष के साथ मायके में घूमने आई थी। बताया गया है कि बुधवार दोपहर में आयुष गांव के तीन बच्चों के साथ घर के बाहर खेल रहा था। तभी बच्चों की गेंद पड़ोस के एक बंद घर में चली गई।
बंद घर में चली गई थी गेंद
बच्चे गेंद को लाने के लिए कोशिश करने लगे। तभी वहां पड़ोस में ही रहने वाला 15 वर्षीय किशोर पहुंच गया। आरोप है कि आयुष को गेंद दिलाने की बात कहकर वह उसके साथ मकान की बाउंड्री में कूद गया। काफी देर तक दोनों वापस नहीं निकले तो बाकी के बच्चे अपने-अपने घर चले गए।
देर रात तक खोजते रहे परिवार वाले
उधर काफी देर होने पर आयुष के घर वाले उसकी तलाश में लग गए। देर रात तक भी आयुष का कोई सुराग नहीं लगने पर परिवार वालों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आयुष के साथ खेल रहे बच्चों से बात की। इस पर मिले सुराग के बाद पुलिस ने उस किशोर को पकड़ा, जिसके साथ वह बंद घर में कूदा था।
पुलिस ने बंद घर की ली तलाशी
बच्चे से मिली जानकारी और किशोर से पूछताछ के बाद पुलिस ने बंद घर की तलाशी ली, इसके बाद पुलिस ने घर के बाथरूप से आयुष का शव बरामद किया है। स्थानीय लोगों और पुलिस ने बताया कि आयुष के हाथ और पैर बंधे हुए थे। कड़ाई से पूछताछ में किशोर ने बताया कि उसने पांच लाख की फिरौती के लिए बच्चे को अगवा किया था। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।