उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं देने के लिए ईवे हब (यात्री सुविधा केंद्र) का निर्माण एवं विकास किया जाएगा। इन दोनों एक्सप्रेसवे पर कुल 12 ईवे हब के निर्माण और विकास के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। जल्द ही इन दोनों एक्सप्रेसवे पर इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) चार्जिंग स्टेशन, बजट होटल, फूड कोर्ट, थीम पार्क और लॉजिस्टिक्स पार्क जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
कितनी बनेगी ई-वे हब्स?
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने 12 ई-वे हब्स विकसित करने की डिटेल प्लान तैयार की है। बताया जा रहा है कि ये सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘आधुनिक उत्तर प्रदेश’ के विजन का एक हिस्सा है, जिसके माध्यम से राज्य के बुनियादी ढांचे को आधुनिक और सुविधाजनक बनाने पर ध्यान दिया जाएगा।
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पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं देने के लिए ईवे हब (यात्री सुविधा केंद्र) का निर्माण एवं विकास किया जाएगा। इन दोनों एक्सप्रेसवे पर कुल 12 ईवे हब के निर्माण व विकास के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली गई है।… pic.twitter.com/N4SnaHCJSA
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पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर होंगे 8 ई-वे हब
जानकारी के अनुसार पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 8 ई-वे हब बनाए जाएंगे, जिनका क्षेत्रफल 81.89 हेक्टेयर होगा। अमेठी, बाराबंकी, मऊ और गाजीपुर में एक-एक हब और सुल्तानपुर और आजमगढ़ में दोनों तरफ चार हब बनाए जाएंगे।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बनेंगे 4 ई-वे हब
इस विजन के माध्यम से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर कुल 4 ई-वे हब बनाए जाएंगे, जिनका क्षेत्रफल 40 हेक्टेयर होगा। ये बांदा, हमीरपुर और जालौन में स्थापित होंगे। बांदा और हमीरपुर में एक-एक 10 हेक्टेयर का हब बनेगा, जबकि जालौन में दोनों तरफ 10 हेक्टेयर के दो हब बनाए जाएंगे।
क्या मिलेंगी सुविधाएं
हर एक ई-वे हब में पेट्रोल पंप, सीएनजी स्टेशन, EV चार्जिंग पॉइंट, शौचालय, पीने का पानी, फूड कोर्ट, खुदरा दुकानें, बजट होटल, थीम पार्क, लॉजिस्टिक हब, बच्चों के खेलने की जगह, हेल्थकेयर सेंटर और शैक्षणिक संस्थानों जैसी सुविधाएं भी मिलेगें। बताया जा रहा है कि इसके कारण आसपास के क्षेत्रों का विकास होगा।
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