Greater Noida News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण के तहत अधिग्रहित भूमि पर तेजी से हो रहे अवैध निर्माण को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है. जेवर तहसील प्रशासन ने मंगलवार को दो गांवों में 100 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की सिफारिश करते हुए सभी 6 प्रभावित गांवों में निर्माण सामग्री की आपूर्ति पर तत्काल रोक लगा दी है. कंस्ट्रक्शन पर रोक लगने से ग्रामीणों में हलचल मच गई है.
ले चुके है मुआवजा
एसडीएम जेवर अभय कुमार सिंह ने बताया कि रन्हेरा, कुरैब, करौली बांगर, दयानतपुर, बीरमपुर और मुढ़रह गांवों की 1181.27 हेक्टेयर भूमि एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित की जा चुकी है. लेकिन मुआवजा प्राप्त करने के बाद भी कई लोग अधिक लाभ की चाह में अवैध रूप से नए निर्माण कार्य कर रहे हैं. इन निर्माणों को रोकने के लिए प्रशासन ने अब सख्ती बढ़ा दी है.
सामग्री मंगवाने वालों पर होगी कार्रवाई
प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि अब इन 6 गांवों में ईंट, बालू, डस्ट, सरिया, रोड़ी आदि किसी भी तरह की निर्माण सामग्री की आपूर्ति प्रतिबंधित कर दी गई है. साथ ही पुलिस को पत्र भेजकर ऐसे वाहनों को सीज करने और संबंधित फर्मों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
भूमि माफियाओं पर गिर सकती है गाज
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि बड़े पैमाने पर निर्माण में लगे लोगों की आय के स्रोतों की जांच कराई जाएगी. अगर किसी भी व्यक्ति की संलिप्तता भूमि माफिया के रूप में पाई जाती है तो उन्हें गैंगस्टर एक्ट के तहत चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
एफआईआर होगी दर्ज
अवैध निर्माण को लेकर तहसील प्रशासन ने नगला हुकमसिंह और रन्हेरा गांवों में हो रहे निर्माण की फोटो साक्ष्य के साथ जेवर और रबूपुरा थानों में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पत्र भेज दिया है. अब सभी गांवों में व्यापक स्तर पर जांच और निगरानी का सिलसिला शुरू हो गया है. इस मामले में जल्द ही एफआईआर दर्ज होगी.
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