Mathura Holi 2023: उत्तर प्रदेश के मथुरा में होली महोत्सव जारी है। बुधवार को नंदगांव में लठमार होली (Nandgaon ki Lathmar Holi) खेली गई। इससे पहले यशोदा कुंड पर हुरियारों का रबड़ी, केसर युक्त ठंडाई से स्वागत किया गया। इसके बाद गोपियों ने ‘नंद के जमाई की जय’ का उद्घोष करते हुए लाठियां बरसाना शुरू कर दिया।
दरअसल, शुक्रवार को बरसाना में लठमार होली (Lathmar Holi) खेली गई थी। परंपरा के मुताबिक, नंदगांव से बरसाना को होली खेलने के लिए निमंत्रण भेजा जाता है। इसके बाद हुरियारे नंदगांव पहुंचते हैं।
कृष्ण-बलदाऊ के विग्रह संग खेली होली
इस लट्ठमार होली में शामिल होने वाले लोग महीने भर पहले से तैयारी शुरू कर देते हैं। हुरियारे और हुरियारिन सभी अपने परंपरागत वस्त्र पहन कर पहुंचे थे। सभी मुख्य मंदिर के प्रांगण में इकठ्ठा होकर होली के रसिया गाकर नगाड़ों की थाप पर खूब झूमे।
फिर मुख्य भवन में विराजमान कृष्ण-बलदाऊ के विग्रह के साथ होली खेलते हुये नीचे लठमार चौक तक आए। इसके बाद नंदगांव की लठमार होली खेली गई।
देखिए बरसाना की होली के विविध रंग
जिसके सिर में छू जाए लाठी, वो भाग्यशाली
बरसाना में लठमार होली फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। मान्यता है कि बरसाने की महिलाओं की लाठी जिसके सिर में छू जाती हैं, वह सौभाग्यशाली माना जाता है। इसकी तैयारी एक महीने से पहले शुरू हो जाती है।
ये हैं ब्रज के प्रमुख होली उत्सव
- 24 फरवरी- संतों की होली
- 27 फरवरी शाम- बरसाना की लड्डू होली
- 28 फरवरी- बरसाना की लठामार होली
- 1 मार्च- नंदगांव की लठामार होली
- 3 मार्च- रंग भरनी एकादशी बांके बिहारी मंदिर (वृंदावन)
- 3 मार्च- श्रीकृष्ण जन्मभूमि (मथुरा)
- 4 मार्च- गोकुल की छड़ीमार होली
- 5 मार्च- राधा बल्लभ होली
- बिहारी जी की होली (नियमित कार्यक्रम)
- प्रियकांत जु मंदिर होली (कई कार्यक्रम)
- 7 मार्च- फालैन का पंडा (जलती हुई होलिका से गुजरने का कार्यक्रम)
- 7 मार्च- द्वारकाधीश मंदिर (मथुरा)
- 7 मार्च- चतुर्वेदी समाज का डोला
- 8 मार्च- धुलेंडी (संपूर्ण ब्रज)
- 9 मार्च- दाऊजी का हुरंगा
- 15 मार्च- रंगनाथ मंदिर (वृंदावन)
मथुरा से मातुल शर्मा की रिपोर्ट
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