Jaunpur University Selling Fake Degrees: उत्तर प्रदेश के जौनपुर से फर्जी डिग्री बेचे जाने का मामला सामने आया है, हैरानी की बात तो ये है ये काम कोई छोटे-मोटे कॉलेज नहीं बल्कि विश्वविद्यालय का है। जौनपुर के पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 2 कर्मचारी खुलेआम लड़के- लड़कियों को पैसों के बदले में डिग्री बेच रहे थे। इस फर्जीवाड़े के खुलासा बिहार के छात्रों द्वारा हुआ है। पुलिस ने 2 कर्मचारी समेत 3 आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
फर्जी डिग्री बनाने का काम
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कर्मचारी सन्तोष तिवारी और अनिल सिंह पर आरोप है कि उन्होंने यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्री बनाने और बेचने का काम किया है। इन दोनों के इस काले काम में तीसरा कर्मचारी स्वामीनाथ मिश्र इनकी मदद करता था। सन्तोष तिवारी और अनिल सिंह फर्जी डिग्री ऑडर लिया करते थे और स्वामीनाथ मिश्र फर्जी डिग्री बनाता था।
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ऐसे खुला भेद
विश्वविद्यालय के इन तीनों कर्मचारियों ने बिहार के समस्तीपुर छपरा के विष्णु प्रसाद चौबे और भोजपुर आरा के रविकांत तिवारी को भी फर्जी डिग्री बेची। विष्णु प्रसाद चौबे को 50 हज़ार रुपए में बीफार्मा की डिग्री बेची गई, वहीं सन्तोष तिवारी को 40 हज़ार रुपए में बीएड की डिग्री बेची गई थी। इन दोनों के फर्जी डिग्री की छायाप्रति संलग्न करके विश्वविद्यालय को एक शिकायती पत्र के साथ स्पीड पोस्ट के जरिए भेजा गया। इसके बाद पूरी यूनिवर्सिटी में खलबली मच गई। परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीनों आरोपीयों के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया है। वहीं, पुलिस इस मामले की जांच कर रही हैं।
जांच के लिए कमेटी का गठन
इसके अलावा वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।