Jaluan News: उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में दुष्कर्म पीड़िता के पिता द्वारा फांसी लगाकर जान देने के मामले में अधिकारियों ने संबंधित थाना पुलिस के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एसपी ने थाना प्रभारी और एक एसआई को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
एसपी ने लिया तुरंत एक्शन
एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जालौन के मामले की प्रारंभिक जांच के बाद एट कोतवाली के थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार गौतम और एसआई अशोक कुमार सिंह की लापरवाही सामने आई है। इसके बाद एसपी डॉ. ईरज राजा ने दोनों पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। बताया गया है कि दुष्कर्म पीड़िता के पिता द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद एएसपी ने कोंच सीओ को मामले की जांच सौंपी थी।
ये था मामला, गांववालों ने भी पुलिस पर लगाए आरोप
जानकारी के मुताबिक, जालौन के एएसपी असीम चौधरी ने सोमवार को बताया था कि एक गांव में 2 माह पहले 17 साल की एक किशोरी के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म हुआ था। जब लड़की ने घटना की जानकारी अपने माता-पिता को दी तो पीड़िता के पिता ने आरोपी के खिलाफ थाने में तहरीर लेकर गए। पीड़ित परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था।
अधिकारियों ने दिए थे जांच के आदेश
परिवारवालों का आरोप है कि थाने के चक्कर लगाते-लगाते पिता परेशान हो गया। इसके बाद में तंग आकर पीड़िता के पिता ने आत्महत्या कर ली। उधर, ग्रामीणों ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एएसपी ने बताया था कि सीओ कोंच के नेतृत्व में जांच चल रही है। 24 घंटे में रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है। एएसपी ने कहा है कि जो भी पुलिस अधिकारी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।
जन्मदिन के नाम पर बुलाकर किया था दुष्कर्म
उधर, मृतक की पत्नी ने बताया कि उसका पति पंजाब में गोलगप्पे की ठेल लगाता था। कुछ माह पहले वह बेटी को दादी के यहां छोड़कर गया था। आरोप है कि गांव के एक युवक ने बेटी को जन्मदिन की पार्टी में बुलाया था। इसके बाद आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म कर दिया। बेटी ने घर आकर मामले की जानकारी दी। पीड़िता ने बताया कि जब उन्होंने थाने में तहरीर दी तो पुलिस तहरीर वापस लेने का दबाव बनाने लगी।