Bulandshahr Video: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले की 92 साल की एक दादी के जज्बे को आज हर कोई सलाम कर रहा है। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ने एक सरकारी प्राथमिक स्कूल में बच्चों के साथ बैठकर पढ़ाई करती हुई दिखाई दे रही हैं। ये वीडियो खासकर उन लोगों के लिए काम का हो सकता है, जो उम्र बीत जाने के बाद पढ़ाई से पल्ला झाड़ लेते हैं। कहते हैं कि अब पढ़ाई का क्या काम है?
जिंदगी के आखिरी पड़ाव में पूरा किया बचपन का सपना
मामला बुलंदशहर की सदर तहसील के चावली गांव का है। यहां रहने वाली 92 साल की वृद्धा सलीमन ने जिंदगी के आखिरी पड़ाव में होने के बाद भी बचपन के सपने को साकार करके दिखाया है। सलीमन ने इस मैं पढ़ाई करने की ठानी। उन्होंने चावली प्राथमिक विद्यालय में दाखिला लिया। इसके बाद उन्होंने क्लास के बाकी बच्चों के साथ पढ़ाई शुरू कर दी। स्कूल के शिक्षक भी वृद्धा की इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास देखकर उनके मुरीद हो गए।
#WATCH | UP: A 92-year-old woman attends primary school in Bulandshahr pic.twitter.com/4Fuuf1LJAo
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 27, 2023
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दादी बोलीं- पढ़ाई का शौक है
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए 92 साल की समीमन ने बताया कि उन्हें बचपन से पढ़ाई का शौक था, लेकिन किन्हीं कारणों से ये सपना पूरा नहीं हो सका। अब मैंने अपना सपना पूरा किया है। उन्होंने बताया कि मुझे पढ़ना पसंद है। मैं स्कूल जाती हूं। पढ़ाई से मुझे काफी फायदा हुआ है। अब मैं नोट गिन सकती हूं।
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100 तक गिनती याद, अब लिखती हैं नाम
प्राथमिक विद्यालय चावली की प्रधानाध्यापिका डॉ. प्रतिभा शर्मा ने बताया कि मैंने सलीमन से कहा था कि अगर वह स्कूल में आकर पढ़ाई करेंगी तो मैं उनकी पेंशन की व्यवस्था करूंगी। इससे उन्होंने प्रेरणा ली। अब वह 100 तक गिनती कर सकती हैं और अपना नाम लिख सकती हैं।