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New DGP Umesh Mishra: राजस्थान पुलिस को मिला नया मुखिया, जानें कौन हैं IPS उमेश मिश्रा

जयपुर: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के पसंदीदा और नजदीकी माने जाने वाले 1989 बैच के आईपीएस उमेश मिश्रा राजस्थान पुलिस के नए मुखिया होंगे। गुरुवार देर रात 12 बजे के बाद कार्मिक विभाग की ओर से यह आदेश जारी किया गया। राजस्थान पुलिस के 34वें डीजीपी एमएल लाठर अगले सप्ताह रिटायर हो रहे हैं […]

Edited By : Nirmal Pareek | Updated: Oct 28, 2022 09:35
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Rajasthan Police New DGP Umesh Mishra
Rajasthan Police New DGP Umesh Mishra

जयपुर: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के पसंदीदा और नजदीकी माने जाने वाले 1989 बैच के आईपीएस उमेश मिश्रा राजस्थान पुलिस के नए मुखिया होंगे। गुरुवार देर रात 12 बजे के बाद कार्मिक विभाग की ओर से यह आदेश जारी किया गया। राजस्थान पुलिस के 34वें डीजीपी एमएल लाठर अगले सप्ताह रिटायर हो रहे हैं और अब इस रिटायरमेंट से पहले राजस्थान सरकार ने नया डीजीपी चुन लिया है।

बता दें कि मौजूद पुलिस महानिदेशक मोहन लाल लाठर 3 नवम्बर को सेवानिवृत होने वाले हैं। ऐसे में नए डीजीपी के नाम पर चर्चा के लिए बुधवार 26 अक्टूबर को दिल्ली में डीओपीटी की बैठक हुई जिसमें प्रदेश की मुख्य सचिव सहित सहित यूपीएससी के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। ऐसा बताया जा रहा है कि आयोग ने तीन नाम फाइनल किए थे। जिसमें सीएम अशोक गहलोत ने उमेश मिश्रा के नाम पर सहमति जता दी।

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वहीं गहलोत सरकार के लिए डीजीपी की नियुक्ति बेहद अहम मानी जा रही है। चर्चा थी कि जोधपुर से आने वाले आईपीएस और एसीबी के डीजी को डीजीपी बनाया जा सकता है।

उमेश मिश्रा 1989 बैच के IPS अफसर हैं

आईपीएस उमेश मिश्रा का जन्म 01 मई 1964 को यूपी के कुशीनगर में हुआ था। उमेश मिश्रा 1989 बैच के IPS अधिकारी हैं। मिश्रा वर्तमान कांग्रेस सरकार के संकटमोचक रहे हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री गहलोत की पहली पसंद भी है। मिश्रा की अधिकारियों में भी अच्छी पकड़ मानी जाती है। मिश्रा राजस्थान के चूरू, भरतपुर और पाली के जिला एसपी भी रह चुके हैं। उनकी गिनती तेज तर्रार व निडर आईपीएस के तौर पर होती है।

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गहलोत सरकार बचाने में निभाई थी अहम भूमिका

अभी इंटेलिजेंस विभाग में डीजीपी पद पर तैनात हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेहद करीब हैं। छोटी-बड़ी सूचना देने के लिए दिन में कई बार सीएम से बात करते थे। सियासी संकट के बीच सरकार बचाने में संकटमोचक की तरह अहम भूमिका निभाई। भारतीय सेना में पाक के लिए जासूसी करने वाले सैन्य कर्मियों को भंडाफोड़ भी किया था। ब्यूरोक्रेसी में भी अच्छी पकड़ है।

चार सीनियर अफसरों को किया गया दरकिनार

पुलिस बेड़े में सबसे सीनियर अधिकारी को ही महकमे का मुखिया बनाए जाने की परंपरा रही है लेकिन बीते कुछ समय से ऐसा नहीं हो रहा। अब सूबे के मुखिया अपनी पसंद के अधिकारी को ही विभाग का आलाकमान बना रहे हैं। आइपीएस भूपेंद्र कुमार दक, उमेश मिश्रा और यू आर साहू प्रबल दावेदार थे, लेकिन उमेश मिश्रा के नाम पर सीएम गहलोत ने मुहर लगा दी। मिश्रा सीएम गहलोत के संकट मोचक माने जाते है। वरिष्ठता के हिसाब से डीजी जेल भूपेंद्र कुमार दक और डीजी इंटेलीजेंस उमेश मिश्रा प्रबल दावेदार थे।

 

 

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Nirmal Pareek

First published on: Oct 28, 2022 09:35 AM
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