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Supertech Twin Towers: आवारा कुत्तों को धमाके और मलबे से बचाने के लिए किया रेस्क्यू, शेल्टर होम भेजे

नोएडाः उत्तर प्रदेश के नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावरों को ढहाने की अंतिम कार्रवाई चल रही है। 28 अगस्त को ध्वस्त होने वाले 30 मंजिला ट्विन टावरों के आसपास का पूरा इलाका सील कर दिया गया है। वहीं टावर के आसपास रहने वाले लावारिस कुत्तों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Aug 26, 2022 14:07
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नोएडाः उत्तर प्रदेश के नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावरों को ढहाने की अंतिम कार्रवाई चल रही है। 28 अगस्त को ध्वस्त होने वाले 30 मंजिला ट्विन टावरों के आसपास का पूरा इलाका सील कर दिया गया है। वहीं टावर के आसपास रहने वाले लावारिस कुत्तों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। इसके लिए गुरुवार को सरकारी, गैर सरकारी संस्थाओं की गाड़ियां कुत्तों को पकड़ती रहीं। वहीं धमाके और मलबे से आसपास के लोगों को होने वाली दिक्कतों को लेकर भी डॉक्टरों को आगाहा किया है।

शेल्टर होम में रखे जाएंगे कुत्ते

एनजीओ फ्रेंडिकोज के कार्यकर्ता अकबर ने बताया कि बचाए गए जानवरों को एनजीओ के शेल्टर होम में रखा जाएगा। वहीं ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के बाद उन्हें इसी जगह वापस लाकर छोड़ा जाएगा। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट स्थित ट्विन टावर (सियान और एपेक्स) को ध्वस्त करने के लिए आदेश जारी हुए थे। सुप्रीम कोर्ट की ओर से इसके लिए 28 अगस्त की तारीख मुकर्रर की गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण, नोएडा पुलिस, संबंधित विभाग और इमारत को ध्वस्त करने वाली कंपनी युद्ध स्तर पर काम कर रही है।

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आसपास के पूरे इलाके को किया गया सील

इमारत को ध्वस्त करने वाली कंपनी एडिफिस ने इमारत में विस्फोटक लगाने का काम कर दिया है। 28 अगस्त को रिमोट के माध्यम से इमारत को ध्वस्त किया जाएगा। ध्वस्तीकरण के बाद होने वाले मलबे और धूल के गुबार से बचने के लिए संबंधित विभागों की ओर से आसपास के इलाके में खास तरह की फाइवर शीट लगाई गई हैं। वहीं कुछ डॉक्टरों ने इस धूल से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। जिनको नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है।

बेजुबानों की जान बचाने को हो रही कवायत

वहीं गुरुवार को प्राधिकरण और कई एनजीओ की ओर से ट्विन टावर में रहने वाले और आसपास के इलाके में रहने वाले लावारिस कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया। प्राधिकरण और एनजीओ के लोगों का कहना है कि धमाके और उसके बाद मलवे से इन बेजुबानों को काफी खतरा है। इसलिए इन्हें पकड़ कर सुरक्षित स्थानों पर रखा जाएगा।

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HISTORY

Written By

Naresh Chaudhary

Edited By

Manish Shukla

First published on: Aug 25, 2022 06:16 PM
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