मुंबई: मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में जेल में बंद शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि उन पर अपनी पार्टी को धोखा देने के लिए दबाव डाला गया था। इस पर ध्यान नहीं देने के कारण उन्हें जेल में बंद कर दिया।
अपनी गिरफ्तारी के एक हफ्ते बाद 8 अगस्त को संजय राउत ने ये पत्र अपनी मां को लिखा था। बुधवार को संजय राउत के ट्विटर हैंडल से इस पत्र को ट्वीट किया गया है। अपनी मां को लिखे पत्र में राउत ने कहा, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और शिव सैनिक उनके अपने बच्चों की तरह है। राउत ने आरोप लगाया कि हर कोई जानता है कि उन्हें झूठे और फर्जी आरोपों के तहत फंसाया गया है और बंदूक की नोक पर उससे बयान लिए जाते हैं।
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प्रिय आई,
जय महाराष्ट्र,
…..तुझा
संजय (बंधू) pic.twitter.com/EXAtkcyRLi---विज्ञापन---— Sanjay Raut (@rautsanjay61) October 12, 2022
बता दें कि संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 1 अगस्त को मुंबई में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक राउत ने कहा कि जेल में उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों लोकमान्य तिलक और विनायक दोमादार सावरकर के समान व्यवहार का उन्हें सामना करना पड़ा था।
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राउत बोले- शिवसेना भी मेरी मां की तरह है
अपनी मां को लिखे गए पत्र में राउत ने कहा है कि आपकी तरह शिवसेना भी मेरी मां है। मुझ पर अपनी मां (पार्टी) को धोखा देने का दबाव था। सरकार के खिलाफ न बोलने की धमकी दी गई थी क्योंकि यह महंगा साबित होगा। मैंने खतरे पर ध्यान नहीं दिया, इसलिए मैं आपसे दूर हूं।
बता दें कि गिरफ्तारी के दौरान संजय राउत की मां ने उन्हें गले लगाया था। सितंबर और अक्टूबर में शिवसेना के उद्धव गुट की ओर से आयोजित दो अलग-अलग रैलियों में संजय राउत के नाम के साथ एक कुर्सी खाली रखी थी, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि पार्टी उनका कितना समर्थन करती है।
चिट्ठी में संजय राउत ने कहा है कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता रोहित पवार को परेशान किया जा रहा है, लेकिन इससे क्रांति आएगी और लोकतंत्र फिर से जन्म लेगा।
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