उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है। उदयपुर-अहमदाबाद ओढ़ा रेलवे ट्रेक ब्लास्ट मामले में विस्फोटक बेचने वाले बाप-बेटे बिहारीलाल व उसके बेटे अंकुश सुवालका को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। दोनों को पूछताछ के लिए कोर्ट ने चार दिन पुलिस रिमांड पर रखने का आदेश दिया। कोर्ट ने इससे पहले मामले के मुख्य आरोपियों को पांच दिन की रिमांड पर भेजा था।
बता दें तितरड़ी में सुवालका के घर से 64 डेटोनेटर, 17 कार्ट्रीज, 22 बंडल फ्यूज वायर, एक बंडल कोर्ट्रेक्स वायर मिले। एटीएस ने पूरे सामान को जब्त कर एफएसएल टीम के पास भेज दिया। बिहारीलाल लंबे समय से अवैध विस्फोटक बेचने का काम कर रहा था
आपको बता दें बीते शनिवार उदयपुर अहमदाबाद रेलवे लाइन के ओढ़ा ब्रिज पर रात के समय जबरदस्त ब्लास्ट किया गया था। इसमें माइनिंग में काम आने वाले विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ था। इसके बाद पुलिस ने रेलवे ब्रिज पर ब्लास्ट मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद विस्फोटक सामग्री बेचने वाले बिहारीलाल व उसके बेटे अंकुश सुवालका को गिरफ्तार किया।
अब पुलिस ने खुलासा किया है कि आरोपी रेलवे से जमीन का मुआवजा नहीं मिलने के कारण नाराज था। आरोपी ने कहा कि उसकी जमीन को अधिग्रहित किया गया था। इसी से नाराज होकर आरोपियों ने रेलवे ब्रिज पर ब्लास्ट कर दिया। आरोपी रेलवे प्रशासन और हिंदुस्तान जिंक से नाराज़ थे। अब इस मामले में एटीएस एएसपी अनंत कुमार के नेतृत्व में टीम सभी आरोपियों से विस्तार से पूछताछ कर रही है।
दरअसल राजस्थान पुलिस की एटीएस टीम ने गुरूवार को एकलिंगपुरा गाँव में कार्रवाई करते हुए ब्लास्ट करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के नाम धूलचंद, प्रकाश और विष्णु मीणा हैं। बताया गया था कि तीनों आरोपी चचेरे भाई हैं।