Sirohi: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को सांचौर और सिरोही के आबू रोड़ में हवाई सर्वे किया। उन्होंने बिपरजॉय चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे करने के बाद प्रभावित क्षेत्रों के लोगों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने बिपरजॉय से हुए नुकसान का जनप्रतिनिधियों, अधिकारीयों और आमजन से भी फीडबैक लिया। संबंधित समस्याओं को सुना और अधिकारियों को शीघ्र समाधान के निर्देश दिए।
सीएम ने तूफान से हुए नुकसान की जानकारी ली
मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भराव क्षेत्र, प्रभावित हुई नर्मदा केनाल, क्षतिग्रस्त सड़कों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इस विपत्ति में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा, आपदा मित्रों ने उल्लेखनीय कार्य करते हुए आमजन को राहत पहुंचाई है।
पीड़ितों को उपलब्ध कराया जाएगा मुआवजा
गहलोत ने कहा कि प्रारंभिक आकलन में 8700 कच्चे घर, 225 विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं। करीब 35 हजार घरों में आंशिक क्षति हुई है। प्रदेश में 8500 बिजली के पोल व लगभग 2000 ट्रांसफार्मर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि इस विपदा में राज्य सरकार आपके साथ है। सर्वे कराकर पीड़ितों को नियमानुसार मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने सड़कों की मरम्मत और विद्युत आपूर्ति के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
जल भराव वाले स्थानों से दूरी बनाए रखें
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे भारी वर्षा के कारण जल भराव वाले स्थानों से दूरी बनाए रखें। बच्चों को पानी के स्त्रोत के पास जाने तथा तैरने से रोकें। साथ ही भराव वाले क्षेत्रों में से पैदल और वाहन से नहीं गुजरें। इस दौरान सांचौर में आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल, जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्यमंत्री व जिला प्रभारी मंत्री अर्जुन सिंह बामणिया, श्रम राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई, पूर्व विधायक रतन देवासी, संभागीय आयुक्त कैलाश चंद्र मीणा, पुलिस महानिरीक्षक जय नारायण, सांचौर विशेषाधिकारी पूजा पार्थ उपस्थित रहे।
आबू रोड़ में ये रहे साथ
आबू रोड़ पर उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी, सिरोही विधायक संयम लोढ़ा, पिण्ड़वाड़ा-आबू विधायक समाराम गरासिया, रेवदर विधायक जगसीराम, जिला कलक्टर डॉ. भंवरलाल, पुलिस अधीक्षक जयेष्ठा मैत्रयी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।