Jaipur News: राजस्थान विधानसभा में बुधवार को दिनभर हंगामा रहा। कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि सदन के अंदर CCTV कैमरों के जरिए उनकी जासूसी की जा रही है। इस पर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने निराधार बताते हुए सफाई दी, लेकिन कांग्रेस के विधायक संतुष्ट नहीं हुए।
जासूसी करने का लगाया आरोप
कांग्रेस विधायकों ने बुधवार को विधानसभा परिसर और फिर विधानसभा के भीतर में जोरदार हंगामा किया। कांग्रेस विधायकों का आरोप था कि सदन में कुछ नए CCTV कैमरे लगाए गए हैं, जिनसे उनकी गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सिरे से इन सभी आरोपी को खारिज करते हुए कहा कि विधानसभा बनने के साथ ही सदन की कार्रवाई को रिकॉर्ड करने के लिए कैमरे लगाए गए हैं। किसी की कोई जासूसी नहीं हो रही है।
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सीसीटीवी कैमरे किए गए अपग्रेड
इस मामले में वासुदेव देवनानी, स्पीकर ने कहा कि “ये कैमरे कोई नए नहीं हैं। विधानसभा के नए भवन के साथ ही ये लगाए गए थे। सिर्फ इन्हें अपग्रेड किया गया है ताकि गुणवत्ता बेहतर हो सके। यह वन नेशन, वन एप्लिकेशन की तकनीकी प्रक्रिया का हिस्सा है।” वहीं सदन में मौजूद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी जासूसी के आरोप को कांग्रेस की नौटंकी बताते हुए कहा कि यह सदन में चर्चा ही नहीं करना चाहते। इन्होंने विधानसभा का कीमती वक्त बर्बाद किया कांग्रेस के कितने नेता बाढ़ पीड़ितों से मिलने गए। इसका जवाब उन्हें देना चाहिए। भजनलाल शर्मा ने यहां तक कह दिया कि इनको दर्द धर्मांतरण का हो रहा है।
नए कैमरे लगाने की अचानक क्या जरूरत
स्पीकर के इस जवाब से असंतुष्ट नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि यदि कैमरे अपग्रेड है, तो जो नए सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उनकी फुटेज कौन रिकॉर्ड कर रहा है। कहां से यह एक्सेस हो रहे हैं और नए कैमरे लगाने की अचानक क्या जरूरत पड़ गई। नेता प्रतिपक्ष में तो यहां तक चुनौती दी की 15 मिनट का वक्त दीजिए, मैं आपको बता दूंगा कि यह सीसीटीवी कैमरे कहां से खुफिया तौर पर एक्सेस हो रहे हैं। जवाब न मिलने पर नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया। विपक्ष लगातार जवाब मांगता रहा। विधानसभा में CCTV कैमरों पर राजनीति तेज हो गई है।
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