जयपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। शिप्रापथ और मानसरोवर थाना पुलिस ने मिलकर एक ऐसे साइबर गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो फर्जी कॉल सेंटर चलाकर लोगों से लाखों की ठगी कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, गिरोह का मास्टरमाइंड काना राम अभी फरार बताया जा रहा है।
पुलिस ने दो फर्जी कॉल सेंटर पकड़े
जयपुर पुलिस ने साइबर अपराधियों पर करारा प्रहार किया है। डीसीपी साउथ राजर्षि ने खुलासा किया कि शिप्रापथ और टोंक रोड पर दो फर्जी कॉल सेंटर पकड़े गए हैं। यहां से आरोपी खुद को ई-मित्र सर्विस सेंटर का कर्मचारी बताकर आम लोगों से ठगी कर रहे थे। पुलिस ने कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से मुख्य आरोपी राकेश सिंघाना झुंझुनू का रहने वाला और हार्डकोर हिस्ट्रीशीटर है। उसका कनेक्शन कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा से भी बताया जा रहा है।
पुलिस ने इनके पास से 10 कंप्यूटर, 32 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 14 सिम कार्ड, 30 एटीएम कार्ड, पासबुक और 2 लाख 35 हजार रुपए नकद बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपी बैंक अकाउंट खरीदने और बेचने का भी काम करते थे। यही अकाउंट वे ठगी के पैसों को घुमाने में इस्तेमाल करते थे।
डीसीपी साउथ राजर्षि ने बताया कि आरोपी संगठित तरीके से कॉल सेंटर चला रहे थे। ये लोग लोगों से उनकी निजी जानकारी लेकर ठगी करते थे। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 9 आरोपियों को पकड़ा है और आगे की जांच जारी है। जयपुर पुलिस के मुताबिक, इस गिरोह की जड़ें और गहरी हो सकती हैं। मास्टरमाइंड काना राम की तलाश जारी है।
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