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24 साल बाद बुजुर्ग की ‘आत्मा’ लेने पहुंचे परिजन, बूंदी के अस्पताल में अंधविश्वास का खेल!

Rajasthan News: राजस्थान के बूंदी जिले के अस्पताल में एक बार फिर अंधविश्वास का मामला सामने आया है। सोमवार को कुछ लोग ऐसी महिला की आत्मा को लेने अस्पताल पहुंचे, जिसकी 24 साल पहले मौत हो चुकी है। विस्तार से मामले के बारे में जानते हैं।

Edited By : Parmod chaudhary | Updated: Feb 10, 2025 17:54
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Bundi News: राजस्थान के बूंदी के जिला अस्पताल में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। मेडिकल वार्ड में आज फिर अंधविश्वास का खेल दिखा। 24 साल पहले मर चुकी एक बुजुर्ग की आत्मा लेने के लिए उसके परिजन पहुंचे। जिला अस्पताल के महिला वार्ड में 2001 में नंदा नाम की बुजुर्ग महिला को भर्ती करवाया गया था। इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई थी। सोमवार को उसकी आत्मा को ले जाने के लिए 24 वर्ष बाद परिजन पहुंचे।

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यह सब देखकर अस्पताल का चिकित्सा और नर्सिंग स्टाफ भी दंग रह गया, लेकिन किसी ने इस अंधविश्वास के खेल को रोकने की हिम्मत नहीं दिखाई। बड़ा सवाल यह भी है कि क्या अस्पताल में मरने के बाद मरीज की आत्मा वहीं रह जाती है? आत्मा लेने आए बुजुर्ग के परिजन यही कहते दिखाई दिए कि उनकी बुजुर्ग की आत्मा अब तक यहीं है। इस दौरान एक व्यक्ति धूप, अगरबत्ती, नारियल, प्रसाद लेकर टोटके करता दिखा।

महिला गीत गाती दिखीं

इसके बाद एक दीपक के रूप में परिजन कथित तौर पर बुजुर्ग की आत्मा लेकर रवाना हो गए। इस दौरान महिलाएं अस्पताल परिसर में गीत गाती दिखीं। माना जा रहा है कि यह सब आत्मा को मनाने के लिए किया गया था। इसके बाद महिलाएं आत्मा रूपी दीपक के साथ-साथ चलती हुई नजर आ रही थीं। इस दौरान जिला अस्पताल में इलाज करवाने आए मरीज और उनके तीमारदार हैरान रह गए। एक ओर जहां हम आधुनिक युग की बात करते हैं, वहीं, 21वीं सदी में भी लोग अंधविश्वास को छोड़ नहीं पा रहे हैं। बूंदी के अस्पताल में पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।

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कुछ ही दिन पहले एक मामला सामने आया था। बूंदी जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दो साल पहले खींया गांव निवासी मदन की मौत हो गई थी। 28 जनवरी को उसकी आत्मा लेने के लिए परिजन इमरजेंसी वार्ड के बाहर दीप, धूप, अगरबत्ती और प्रसाद माला आदि लेकर पहुंचे थे। परिजनों ने पूजा-अर्चना की और इसके बाद दीपक को लेकर इमरजेंसी वार्ड के अंदर पहुंचे, जहां पर दीपक को जलाकर वापस पूजन स्थल यानी वार्ड के बाहर आए थे। इस दौरान एक महिला जोर-जोर से चिल्लाने लगी थी। बताया गया था कि वह मदन की पत्नी थी। इसके बाद परिजन दीपक को एक मटकी में रखकर गांव के लिए रवाना हो गए थे।

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Edited By

Parmod chaudhary

First published on: Feb 10, 2025 05:54 PM

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