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राजस्थान सरकार का बड़ा फैसला, मनरेगा में मेट मजदूरी बढ़ाकर की 240 रूपए प्रतिदिन

जयपुर: राजस्थान से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्णय लेते हुए बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम में मेट की प्रति दिवस मजदूरी में बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कार्यरत मेटों को अब प्रति दिवस 240 रूपए मिलेंगे। सीएम गहलोत […]

Author Edited By : Nirmal Pareek Updated: Sep 4, 2022 18:47
CM ashok gehlot
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जयपुर: राजस्थान से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्णय लेते हुए बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम में मेट की प्रति दिवस मजदूरी में बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कार्यरत मेटों को अब प्रति दिवस 240 रूपए मिलेंगे।

सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि, “महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के अंतर्गत राजस्थान में नियोजित मेट की प्रति दिवस मजदूरी में बढ़ोतरी की गई है। प्रदेश में कार्यरत मेटों को अब प्रति दिवस 240 रूपए मिलेंगे। मजदूरी बढ़ाने के लिए ग्रामीण विकास विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। मंजूरी से वर्ष 2022-23 हेतु मनरेगा योजनान्तर्गत नियोजित मेटों की मजदूरी दर 235 रूपए प्रति दिवस से बढ़ाकर 240 रूपए प्रति दिवस की गई है।”

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आगे उन्होंने कहा कि, “उल्लेखनीय है कि मनरेगा में केंद्र सरकार के निर्देशानुसार अर्द्धकुशल श्रमिकों (मेट) पर किए गए व्यय को सामग्री की श्रेणी में माना जाता है। सामग्री व्यय का 75 प्रतिशत केंद्र सरकार द्वारा तथा 25 प्रतिशत राजस्थान सरकार द्वारा वहन किया जाता है। केंद्र सरकार द्वारा प्रत्येक राज्य के लिए प्रतिवर्ष अकुशल श्रमिक की मजदूरी दर अधिसूचित की जाती है। अकुशल श्रमिक के भुगतान की सम्पूर्ण राशि श्रम मद में केंद्र सरकार द्वारा वहन की जाती है।”

 

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First published on: Sep 04, 2022 06:47 PM

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