के जे श्रीवत्सन, जयपुर: जालोर में छात्र की मौत का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद जालोर के लिए रवाना हुए, लेकिन जोधपुर एयरपोर्ट के अंदर उन्हें 4 घंटे तक रहना पड़ा। दलित छात्र के परिजनों से मिलने गए चंद्रशेखर को पुलिस ने एयरपोर्ट पर ही रोक दिया।
4 घंटे बाद एयरपोर्ट से निकले चंद्रशेखर आजाद ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया। कहा- सरकार के मंत्री और विपक्ष परिजनों से मिल सकते हैं, लेकिन गहलोत सरकार उन्हें जालोर जाने से रोक रही है। उन्होंने कहा दलित छात्र के परिजनों से बिना मिले जोधपुर से वापस नहीं जाएंगे।
वहीं दूसरी ओर, इस घटना को लेकर विपक्ष हमलावर है। भारतीय जनता पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने अलवर जिले के गोविंदगढ़ में मॉब लिंचिंग की घटना की जांच हेतु एक 3 सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है। यह जांच समिति घटनास्थल का कल 18 अगस्त को दौरा कर तथ्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रदेशाध्यक्ष को सौंपेगी।
प्रदेश की उच्च स्तरीय जांच समिति में उपनेता प्रतिपक्ष राजस्थान विधानसभा राजेंद्र राठौड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर का नाम शामिल है।
क्या है मामला
अलवर में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। जिले के गोविंदगढ़ कस्बे के रामबास गांव में चिरंजीलाल (45) की एक समुदाय के 20-25 लोगों ने 14 अगस्त को बुरी तरह से पिटाई की थी, सोमवार को उनकी इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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