चंडीगढ़: पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर शुरू की गई नशे के विरुद्ध जारी निर्णायक जंग में पिछले सप्ताह के दौरान राज्य भर में पंजाब पुलिस ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सबस्टेंसेस (एनडीपीएस) के तहत 26 व्यापारिक समेत 192 प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कर 271 नशा तस्करों/आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुख्यालय सुखचैन सिंह गिल ने सोमवार को यहां साप्ताहिक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि पुलिस ने 10.08 किलो हेरोइन, 13.52 किलो अफीम, 5.52 किलो गांजा, 3.43 क्विंटल चूरा पोस्त और फार्मा ओपिओइड की 54,123 टैबलेट/कैप्सूल/इंजेक्शन/ शीशियों के अलावा उनके कब्जे से 17.66 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की।
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह एनडीपीएस मामलों में 11 और घोषित अपराधियों (पीओज़)/भगोड़ों को गिरफ्तार करने के साथ, 5 जुलाई, 2022 को पीओज़/भगोड़ों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष अभियान शुरू करने के बाद से गिरफ्तारियों की कुल संख्या 573 तक पहुंच गई है।
गौरतलब है कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), पंजाब गौरव यादव ने सभी सी.पीज़/एसएसपीज़ को सख़्त हिदायतें दी थीं कि वह हरेक मामले, ख़ास तौर पर नशे की बरामदगी से जुड़े मामलों की बारीकी से पड़ताल करें, भले ही उनसे नशे की मामूली मात्रा ही बरामद की गई हो।
पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान के निर्देश पर पंजाब पुलिस द्वारा सीमावर्ती राज्य से नशे के खतरे से निपटने के लिए व्यापक नशा विरोधी मुहिम शुरू की गई है। डीजीपी ने सभी सीपी/एसएसपी को आदेश दिया है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में सभी हॉटस्पॉट्स की पहचान करें, जहां नशे का प्रचलन है और सभी शीर्ष के नशा-तस्करों पर नकेल कसें। उन्होंने पुलिस प्रमुखों को गिरफ्तार किए गए सभी नशा-तस्करों की संपत्ति को प्रभावी ढंग से जब्त करने के भी निर्देश दिए, ताकि उनकी अवैध कमाई की वसूली की जा सके।