---विज्ञापन---

भाजपा को चुनौती देने के लिए इनेलो की रैली में जुटे विपक्षी नेता; नीतीश कुमार, शरद पवार भी मौजूद

नई दिल्ली: केंद्र की भाजपा सरकार को चुनौती देने के लिए हरियाणा में रविवार को हुए इनेलो की रैली में विपक्ष के कई बड़े नेता जुटे। रैली में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, माकपा के सीताराम येचुरी और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल समेत कई विपक्षी नेता फतेहाबाद […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Sep 26, 2022 13:31
Share :

नई दिल्ली: केंद्र की भाजपा सरकार को चुनौती देने के लिए हरियाणा में रविवार को हुए इनेलो की रैली में विपक्ष के कई बड़े नेता जुटे। रैली में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, माकपा के सीताराम येचुरी और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल समेत कई विपक्षी नेता फतेहाबाद में आयोजित इनेलो की रैली में मौजूद रहे। बता दें कि ये रैली पूर्व उप प्रधानमंत्री और इनेलो संस्थापक देवीलाल की जयंती के उपलक्ष्य में हो रही है।

अभी पढ़ें शशि थरूर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 30 सितंबर को भरेंगे नामांकन: सूत्र

 

बिहार के डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव और शिवसेना के अरविंद सावंत भी विपक्षी एकता के प्रदर्शन में हो रही रैली में शामिल हुए। रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले चुनावों के दौरान वे (भाजपा) हमारे उम्मीदवारों को हराने की कोशिश कर रहे थे। केंद्र ने पिछड़े राज्य के लिए जो वादा किया था, वह पूरा नहीं हुआ। बिहार में आज 7 पार्टियां एक साथ काम कर रही हैं। उनके पास 2024 का चुनाव जीतने का कोई मौका नहीं है।

रैली को संबोधित करते हुए जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि बिहार के सीएम पटना से दिल्ली सल्तनत को चुनौती देने आए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को ईडी, आयकर और अन्य एजेंसियों का कोई डर नहीं है। इससे पहले त्यागी ने कहा था कि एक ऐतिहासिक रैली होगी जो 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ समान विचारधारा वाली ताकतों को मजबूत करेगी।

अभी पढ़ें – तेजस्वी यादव का BJP पर हमला, बोलेसंविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए JDU, अकाली और सेना ने छोड़ा NDA

किसानों से किया गया वादा नहीं हुआ पूरा: शरद पवार

वहीं, एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि किसानों ने एक साल तक दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन किया लेकिन सरकार ने उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाया। किसानों से वादा किया गया था कि एमएसपी मुहैया कराया जाएगा लेकिन दिया नहीं गया। सरकार ने किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने का वादा किया लेकिन पूरा नहीं किया।

इतने सारे क्षेत्रीय नेताओं के एक साथ आने को विपक्षी एकता बनाने के प्रयासों के हिस्से के रूप में देखा जाता है। इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद रैली के बाद आज शाम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलेंगे।

अभी पढ़ें –  देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें

Click Here – News 24 APP अभी download करें

First published on: Sep 25, 2022 03:34 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें