Devkinandan Thakur on Bangladesh: प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा वक्फ बोर्ड की तर्ज पर ही सनातन बोर्ड बनाया जाना चाहिए। न्यूज 24 से एक्सलूसिव बातचीत में देवकीनंदन ने कहा सनातन बोर्ड बनाने के पीछे 2 उद्देश्य है। हम चाहते हैं कि हमारे मंदिर और परंपराएं सुरक्षित रहे। अगर सरकारी अधिकारी इनकी देखरेख करेंगे तो हमारा धर्म भ्रष्ट होगा। तिरुपति बालाजी की घटना से हमारा धर्म भ्रष्ट हुआ, हमारी पूजा भ्रष्ट हुई। ये गलती सरकारों ने की।
देवकीनंदन ने आगे कहा हमारे बच्चों की परंपराएं और देश बचाना है। इसके लिए सरकारों से मुक्त मंदिर चाहिए और यह सनातन बोर्ड बनाकर ही संभव हो सकता है। शंकराचार्य हमें बताएं कि हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं
देवकीनंदन ने वक्फ बोर्ड को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा जब मुस्लिमों के लिए अलग देश बना दिया गया तो वक्फ बोर्ड की आवश्यकता नहीं थी। आजादी के समय पाकिस्तान से चलकर कुछ हिंदू आए। जो हिंदू वहां बच गए क्या उनके लिए सनातन बोर्ड बना था। साफ तौर पर हिंदुओं का दमन हुआ। जोकि अब किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं है। सभी लोग जिएं, हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन हिंदुओं और उनकी परंपराओं का दमन मत करो।
देवकीनंदन ने वक्फ बोर्ड को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा जब मुस्लिमों के लिए अलग देश बना दिया गया तो वक्फ बोर्ड की आवश्यकता नहीं थी। pic.twitter.com/9dczo7vORk
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कथावाचक ने आगे कहा प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान 27 जनवरी को प्रयागराज के सेक्टर 17 में धर्म संसद आयोजित की जाएगी। इस धर्म ससंद में तीन प्रमुख मुद्दों पर बातचीत होगी। पहला कृष्ण भूमि के मंदिर का निर्माण, दूसरा जामा मस्जिद की सीढ़ियों से ठाकुर जी काे लाना, तीसरा सनातन बोर्ड का निर्माण और चौथा अपने बच्चों को लव जिहाद से बचाना। इस सभी विषयों पर चर्चा होगी।
प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा वक्फ बोर्ड की तर्ज पर ही सनातन बोर्ड बनाया जाना चाहिए। pic.twitter.com/GlQIFIfuqt
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काशी-मथुरा से कोई समझौता नहीं
न्यूज24 से बातचीत में मोहन भागवत के मंदिर-मस्जिद वाले बयान पर देवकीनंदन ने कहा मैं मानता हूं कि अयोध्या-काशी और मथुरा को लेकर तो पहले भी नारे लगते रहे हैं। मैं स्वयं ब्रजवासी हूं, व्यक्तिगत तौर पर आप मुझसे पूछोगे तो मैं कहूंगा कोई समझौता नहीं। बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर उन्होंने कहा पहले बांग्लादेश के लोग देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करें, उसके बाद उन्हें जो चाहे वो मिलेगा।
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